सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर में आयोजित एक भव्य जनसमागम कार्यक्रम के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। हम पार्टी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ मांझी ने दीप प्रज्वलित कर किया, जहां मिथिला की परंपरा के अनुसार उन्हें पाग और चादर देकर भव्य स्वागत भी किया गया।
नीतीश सरकार की शिक्षा व्यवस्था पर कड़ा प्रहार
जनसभा को संबोधित करते हुए जीतन राम मांझी ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा,
“सरकारी स्कूलों में आज भी शिक्षा की स्थिति बेहद खराब है। जहां मैथ पढ़ाने की जरूरत है, वहां हिंदी पढ़ाई जा रही है। जहां भूगोल पढ़ना चाहिए, वहां संस्कृत पढ़ाई जा रही है। शिक्षक हैं नहीं, और जहां हैं, वहां विषय का ज्ञान नहीं है। इस वजह से गरीबों के बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित रह जाते हैं।”
पीएम की मां को गाली देने की घटना की कड़ी निंदा
जीतन राम मांझी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को फिर से गाली दिए जाने की घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा,
“किसी भी व्यक्ति की मां को गाली देना भारतीय संस्कृति के खिलाफ है। यह निंदनीय और अस्वीकार्य है। मां का सम्मान करना हमारी संस्कृति की बुनियाद है, चाहे वह प्रधानमंत्री की मां हों या किसी आम नागरिक की।”
विधानसभा में उपेक्षा का दर्द छलका, NDA से मांगी 20 सीटें
कार्यक्रम के मंच से मांझी ने अपने राजनीतिक दर्द को भी खुलकर जाहिर किया। उन्होंने कहा,
“हम सरकार में तो हैं, लेकिन विधानसभा में संख्या कम होने के कारण हमारी बात नहीं सुनी जाती। हम सिर्फ चार विधायक हैं, इसीलिए अब विधानसभा चुनाव में NDA से 20 सीटों की मांग कर रहे हैं, ताकि हम मजबूत भूमिका निभा सकें।