समस्तीपुर: केंद्र सरकार द्वारा लागू किया गया सीएए कानून को असंवैधानिक, भेदभावपूर्ण एवं विभाजनकारी बताते हुए भाकपा माले, आइसा , ऐपवा एवं आरवाईए के कार्यकर्ताओं ने अपने देशव्यापी प्रतिवाद कार्यक्रम के तहत बृहस्पतिवार को शहर के मालगोदाम चौक से विरोध मार्च निकालकर बाजार भ्रमण के बाद स्टेशन चौराहा पहुंचकर गांधी स्थल पर सभा का आयोजन किया। सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले जिला सचिव उमेश कुमार ने कहा कि दिसम्बर 2019 में पास किये गये भेदभावकारी और विभाजनकारी अन्यायपूर्ण नागरिकता संशोधन कानून को लागू करने वाली नियमावली की अधिसूचना 2024 चुनावों की अधिसूचना आने से ठीक पहले जारी करना एक राजनीतिक साजिश का संकेत है।
धर्म के आधार पर बांटने के मकसद से लाया गया सीएए
अमित शाह ने खुद सीएए की ‘क्रोनोलॉजी’ समझाते हुए कहा था कि इस कानून को लागू करने के बाद एनआरसी- एनपीआर को देशव्यापी स्तर पर लाया जायेगा जिसके माध्यम से दस्तावेज न दिखा पाने वाले नागरिकों को नागरिकता के अधिकार से वंचित कर दिया जायेगा। सीएए नागरिकों को धर्म के आधार पर बांटने के मकसद से लाया गया है, जो भ्रामक रूप से गैरमुस्लिम ‘शरणार्थियों’ को नागरिकता देने और मुसलमानों की नागरिकता छीनने, यहां तक कि देशनिकाला देने, तक की बात करता है। लेकिन असम में की गयी एनआरसी की कवायद और देश में जगह-जगह चलाये जा रहे बुलडोजर ध्वस्तीकरण अभियानों से स्पष्ट हो चुका है कि आदिवासियों और वनवासियों समेत सभी समुदायों के गरीब इससे प्रभावित होंगे।
जनता का ध्यान हटाने की भाजपा की साजिश
किसानों श्रम अधिकारों के लिए लड़ने वाला मजदूर वर्ग, पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए संघर्षरत सरकारी कर्मचारियों, सुरक्षित रोजगार की मांग कर रहे युवाओं, आजादी, सुरक्षा और समान अधिकारों के लिए संघर्षरत महिलाओं, जातीय जनगणना व विस्तारित आरक्षण की मांग कर रहे वंचित लोगों, क्षेत्रीय पहचान और संघीय लोकतंत्र की संवैधानिक गारंटी की जद्दोजहद में जुटीं राष्ट्रीयताओं-से अपील करते हैं कि वे भेदभावपूर्ण और विभाजनकारी सीएए के विरुद्ध समान नागरिकता आन्दोलन का साथ दें। हमें एकजुट रहना होगा ताकि जनता को बांटने, व आगामी चुनावों में फासिस्ट ताकतों को शिकस्त देने के मिशन से जनता का ध्यान हटाने की मोदी सरकार और भाजपा की साजिश नाकामयाब हो सके। सभा को संबोधित माले जिला स्थाई समिति सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह, जिला कमिटी सदस्य अनील चौधरी, गंगा प्रसाद पासवान सहित आदि लोगो ने किया।
रिपोर्ट : प्रियांशु कुमार