झारखंड: दुमका लोकसभा से महागठबंधन प्रत्याशी की अप्रत्याशित जीत में जामताड़ा विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी की लगन और दिन-रात की मेहनत के कारण जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र से लगभग 44000 वोटो की लीड दी गयी जिसके कारण नलिन सोरेन जी लगभग 39000 वोटो से चुनाव जीत गए। इस जीत में जामताड़ा विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी की भूमिका की जितनी भी तारीफ की जाए वो कम है। बताते चलें की खुद जामताड़ा विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी अपने विधानसभा चुनाव में लगभग 39000 वोटो से जीत दर्ज की थी और वही लीड मार्जिन से आज फिर से उन्होंने भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन को भारी शिकस्त दे दिया।
एक तरफ जहां जामताड़ा की जनता ने देश के गृहमंत्री अमित शाह को नाकार दिया तो दूसरी तरफ यहां की जनता सिर्फ और सिर्फ अपने सरल शालीन मृदभाषी और व्यवहारिक विधायक इरफान अंसारी की बातों को माना और विश्वास किया। जैसा कि मालूम हो की विधायक इरफान अंसारी जी के चुनाव में योगी जी आए थे परंतु जनता ने उन्हें भी नकार दिया था। आज विधायक जी ने अपने बल पर बड़े-बड़े नेताओं को अपना लोहा मनवाया। झारखंड के भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी सीपी सिंह और भानु प्रताप शाही ने विधायक इरफान अंसारी को धर्म एवं जात-पात से जोड़ने का काम किया और काफी अपशब्द कहे परंतु जनता ने यह साफ कर दिया की जामताड़ा में भाजपा का दाल नहीं गलने वाला।
यहां सिर्फ और सिर्फ इरफान अंसारी का डंका बजता है जिस पर यहां की जनता आंख बंद कर विश्वास करती है। लोगों का मानना है की विधायक इरफान अंसारी सिर्फ एक नेता नहीं बल्कि एक ऐसे व्यक्ति हैं जो एक मसीह की तरह सभी के सुख-दुख में खड़े रहते हैं। उनकी सबसे बड़ी विशेषता है कि उन्होंने कभी भी जात-पात नहीं किया और सभी धर्म का सम्मान कर एक साथ लेकर चलने का काम किया। आज जब जनता की बारी आई तो उन्होंने अपना बहुमूल्य वोट देकर विधायक इरफान अंसारी को भारी सम्मान देने का काम किया और दुमका लोकसभा सीट पर फिर से कब्जा कर लिया।