बिहार में केके पाठक के आने पर सरकारी स्कूल की न्यूज ट्रेंडिंग पर आ गई है। आए दिन उससे जुड़ी खबरें सुनने को मिल जाती है। अब ताजा मामला सामने आया है, सरकारी शिक्षकों को बिना ट्रेनिंग के इंक्रीमेंट नहीं दिया जाएगा। शिक्षा विभाग की ओर से ट्रेनिंग के बाद ही वार्षिक वेतन में वृद्धि का निर्देश जारी किया गया है। विभाग के प्रभारी एसीएस डॉ. एस सिद्धार्थ ने इस संबंध में सभी जिलों के डीएम और शिक्षा पदाधिकारी को लेटर जारी किया है।
लेटर में लिखा है कि वैसे टीचर्स, प्रभारी प्रिंसिपल, प्रिंसिपल जिन्होंने ट्रेनिंग की प्रतिनियुक्ति के बावजूद किसी भी स्तर का प्रशिक्षण प्राप्त नहीं किया है। उन्हें चिन्हित किया जाए। 30 जून 2024 तक ऐसे तमाम शिक्षकों को ट्रेनिंग पूरा करना अनिवार्य होगा। अगर वे ट्रेनिंग पूरी नहीं करते हैं तो उनके वार्षिक वेतन वृद्धि पर रोक लगा दिया जाएगा।
प्रभारी एसीएस ने स्पष्ट किया है कि जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम प्राधिकारी वैसे शिक्षकों की पहचान करें,जिन्होंने 30 जुलाई 2023 से अभी तक किसी भी स्तर का ट्रेनिंग प्राप्त नहीं किया है। वैसे शिक्षकों को चिन्हित कर लिस्ट बनाई जाए। 30 जून 2024 तक वह अनिवार्य रूप से अपना ट्रेनिगं पूरा करें।
बता दें कि शिक्षकों को व्यवसायिक विकास के लिए ट्रेनिंग दिया जा रहा है। प्रशिक्षण राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद के निर्देश पर सभी सीटीई, डाइट, पीटीई और बिपार्ड में दिया जा रहा है। शिक्षकों का प्रशिक्षण 3 जुलाई 2023 से लगातार जारी है। अब तक 6 लाख शिक्षकों ने विभिन्न स्तर का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। अभी भी कई ऐसे शिक्षक हैं, जिन्होंने किसी भी स्तर का प्रशिक्षण नहीं प्राप्त किया है।