लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद केंद्रीय मंत्रियों ने भी शपथ ले ली है। बिहार से 8 केंद्रीय मंत्री बने हैं। अब इस सब के बाद शुक्रवार को नीतीश कुमार ने कैबिनेट की बैठक बुलाई। इस दौरान उन्होंने कई अहम फैसले लिए। बिहार में बेरोजगारों को भत्ता मिलेगा। इसके साथ ही राज्य कर्मियों के हाउसिंग अलाउंस में भी इजाफा किया गया है।
बता दें कि कैबिनेट की बैठक में कुल 25 एजेंडों पर मुहर लगी है। बैठक में मनरेगा के तहत बिहार बेरोजगारी भत्ता नियमावली-2024 को मंजूरी दी गई है। इस नियमावली के तहत बेरोजगारों को रोजगार के लिए आवेदन देना होगा। आवेदक को 15 दिनों के अंदर रोजगार नहीं मिलता है तो मांग तिथि से तय सीमा के अंदर दैनिक बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। भरण पोषण के लिए बेरोजगारी भत्ता देने का प्रस्ताव स्वीकृत किया। मनरेगा के तहत काम मांगने पर 15 से 30 दिनों के अंदर काम देना होगा। काम नहीं मिलने पर संबंधित व्यक्ति को सरकार अगले से 100 दिनों के लिए महंगाई भत्ता देगी।
सरकारी कर्मचारियों के हाउस अलाउंस में इजाफा किया गया है। राज्य वेतन आयोग की अनुशंसा पर हाउस अलाउंस के मौजूदा दर में संशोधन किया गया। इस संशोधन को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। कर्मियों के हाउस अलाउंस में 1 से 4 फीसदी तक बढ़ोतरी की गई है। पटना जैसे Y श्रेणी के शहर में हाउस अलाउंस 16 से बढ़ाकर 20 फीसदी, जेड श्रेणी के शहर जैसे बिहारशरीफ, नवादा, बेतिया, मोतिहारी जिला हेडक्वार्टर में 7.5 से 10 फीसदी और अवर्गितकृत शहर जैसे सब डिवीजन और छोटे टाउन में मकान किराया 6 फीसदी से बढ़कर 7.5 फीसदी किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र का हाउस अलाउंस 4 से 5 फीसदी किया गया है।
जेड श्रेणी में शामिल हैं अररिया, आरा, औरंगाबाद, बगहा, बेगूसराय, बेतिया, भागलपुर, बिहार शरीफ, बक्सर, छपरा, दरभंगा, डिहरी, गया, गोपालगंज, हाजीपुर, जमालपुर, जमुई, जहानाबाद, कटिहार, किशनगंज, लखीसराय, मधुबनी, मोकामा, मोतिहारी, मुंगेर, मुजफ्पफरपुर, नवादा, पूर्णिया, सहरसा, समस्तीपुर, सासाराम, सीतामढ़ी, सिवान और सुपौल।
अक्षर आंचल योजना संचालन के लिए 7.74 करोड़ स्वीकृत महादलित, दलित और अल्पसंख्यक अति पिछड़ा वर्ग अक्षर आंचल योजना के लिए सरकार ने 7.74 करोड़ रुपये से अधिक का अनुदान स्वीकृत किया है। इस राशि से 20 हजार टोला सेवक और 10 हजार तालीमी मरकज के शिक्षा सेवकों का वेतन भुगतान किया जाएगा। प्रदेश में 20 हजार टोला सेवक और 10 हजार तालीमी मरकज के शिक्षा सेवक हैं।