नेपाल में लगातार बारिश हो रही है। इसकी वजह से उत्तर और पूर्वी बिहार के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश के 26 जिलों में आज हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने बताया कि मानसून की टर्फ लाइन फिलहाल बिहार से नहीं गुजर रही है। इस वजह से बारिश की गतिविधियों में कमी आई है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक 22 जुलाई से एक बार फिर से राज्य में भारी बारिश की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार गुरुवार को पटना सहित सभी जिलों में आंशिक बादल छाए रहने के साथ कुछ स्थानों पर गरज-तड़क के साथ कहीं हल्की तो कहीं छिटपुट वर्षा की संभावना है। 72 घंटों के दौरान दिन के तापमान में एक से 3 डिग्री वृद्धि की संभावना है। 19 जुलाई से बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है। इसके प्रभाव से प्रदेश के अधिसंख्य भागों में गरज-तड़क के साथ झमाझम वर्षा की संभावना है।
बीते 24 घंटों के दौरान पटना के आसपास इलाकों के अलावा अन्य भागों में वर्षा दर्ज की गई। पटना जिले के धनरूआ में सर्वाधिक वर्षा 30.2 मिमी दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार एक जून से 17 जुलाई के दौरान प्रदेश में सामान्य से 17 फीसद वर्षा की कमी दर्ज की गई है। इस दौरान प्रदेश में 361.6 मिमी वर्षा होनी चाहिए थी जबकि तीन सौ मिमी वर्षा हुई है।
मानसून सीजन के दौरान प्रदेश में अच्छी बारिश की संभावना है। बिहार के 7 जिलों में औसत से ज्यादा बारिश हुई है। वहीं, 31 जिले ऐसे हैं, जहां औसत से कम बारिश हुई है।