रांची, एचडी न्यूज| रांची के RIMS (राजेन्द्र चिकित्सा विज्ञान संस्थान) हॉस्पिटल के अंदर एक लड़की से रेप की घटना हुई। घटना को अंजाम देने वाला आरोपी सैप जवान है। जिसने प्रेमी का इलाज कराने पहुंची युवती को बहलाकर चौथी मंजिल पर लेगा, रेप किया फिर धमकाया। पीड़िता ने इसकी शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी जवान को अरेस्ट कर लिया है।
दिन दहाड़े राजधानी रांची के सबसे बड़े अस्पताल में इस तरह की घटना के बाद बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। इसकी सफाई में रिम्स प्रबंधन ने बयान जारी किया है। अब उनका कहना है कि हॉस्पिटल में हम 1000 सीसीटीवी कैमरे लगाएंगे। अब जानिए पूरा मामला…
झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल में रेप
पीड़िता अपने प्रेमी का इलाज कराने के लिए अस्पताल आई थी. आरोपी जवान उसे बहलाकर अपने साथ अस्पताल की चौथी मंजिल पर ले गया। वहां उसने सुनसान जगह देखकर उसके साथ रेप की घटना को अंजाम दिया। पीड़िता ने मामले की जानकारी अपने प्रेमी को दी, जिसके बाद पुलिस से शिकायत की गई. पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी सैप जवान को गिरफ्तार किया है।
बहलाकर छप पर ले गया, धमकाकर जबरदस्ती की
पीड़ित के अनुसार, युवती को बहलाफुसला कर रिम्स को छत पर सैप जवान लेकर गया और घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद युवती ने बरियातू थाने में आवेदन दे मामले की शिकायत की। जिसमें बताया गया कि गुरुवार की रात सैप जवान उसे लेकर छत पर गया था और डरा धमका कर उसके साह जबरदस्ती की।
मामले की शिकायत मिलने के बाद पुलिस मामले को लेकर अलर्ट हुई और तत्परता दिखाते हुए बरियातू पुलिस ने आरोपी सैप जवान संतोष कुमार बारला को गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस ने तुरंत की कार्रवाई, आरोपी भेजा गया जेल
रांची के सदर डीएसपी संजीव बेसरा ने बताया कि आरोपी सैप जवान को गिरफ्तार कर लिया गया है। सैप जवान ने एक महिला के साथ दुष्कर्म किया था जो अपने परिजन का इलाज करवाने के लिए रिम्स आई थी। बरियातू थाने ने मामले में त्वरित कारवाई करते हुए आरोपी सैप जवान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
रिम्स प्रबंधन का गजब बयान, अब अस्पताल में लगाएंगे 1000 सीसीटीवी कैमरे
रिम्स में दुष्कर्म की घटना के बाद रिम्स प्रबंधन ने बयान जारी किया है। कहना है कि जब रक्षा करने वाले ही ऐसी घटना का अंजाम देंगे तो सुरक्षा कौन करेगा। इसलिए अब रिम्स अस्पताल में 1000 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे। डॉक्टर और मरीज के साथ परिजन भी अस्पताल में रहते हैं। इसलिए सुरक्षा जरूरी है।