नालंदा: अस्थावां नगर पंचायत के कर्मियों व अधिकारियों ने महादलितों के आशियाना पर बुधवार को बुलडोजर चलाकर उनका आशियाना उजाड़ दिया। बिना सूचना के अनूसार अचानक घर तोड़े जाने पर आक्रोशित पीड़ितों ने आज नालंदा कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम शशांक शुभंकर से न्याय दिलाने की गुहार की है। सीओ प्रभात कुमार ने बताया कि नगर पंचायत द्वारा कार्रवाई की गयी है। अंचल में इसकी किसी तरह की सूचना नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा नहीं दी गयी है।
सूप-बट्टा बनाकर व कचरा बीनकर अपने परिवार का गुजारा करते है
दलित के नेता विक्की डोम ने बताया कि अस्थावां शहर के पास नहर के किनारे करीब 50 वर्षों से मिट्टी का मकान बनाकर बाल-बच्चों के साथ अपना जीवन गुजार रहे हैं। पेट भरने के लिए सूप-बट्टा बनाकर व कचरा बीनकर अपने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी का जुगाड़ कर रहे हैं। भूमिहीन होने की वजह से सरकारी जमीन पर वास कर रहे हैं।
कई पक्के तो कई कच्चे मकान तोड़ दिये गये
बुधवार को नगर पंचायत के प्रशासन द्वारा अचानक घर पर बुलडोजर चलाकर घर को तोड़ दिया गया। कई पक्के तो कई कच्चे मकान तोड़ दिये गये। घर में रखे बर्तन, राशन व खाने-पीने का सामान भी बर्बाद कर दिया गया। पीड़ित परिवार अस्थमा नगर पंचायत के मुख्य पार्षद के प्रतिनिधि विजय मुखिया के ऊपर साजिश के तहत आशियाना उजाड़ने का भी गंभीर आरोप लगाया गया है। आशियाने को फिर से बसाने की मांग की गई हैं। मांगे पूरी नहीं होने पर हड़ताल की चेतवानी भी दी है।