पटना: 10 मार्च को रेल यात्रियों को दिल्ली वाले रूट पर ट्रैवल करने में परेशानी हो सकती है। इस दिन किसान रेल रोको अभियान चला रहे हैं। संगठनों ने दिल्ली कूच की नई रणनीति बनाई है। जिसके मुताबिक पंजाब और हरियाणा को छोड़कर देश के बाकी राज्यों के किसान 6 मार्च को दिल्ली कूच शुरू करेंगे। बता दें कि 13 फरवरी से किसान संगठन पंजाब और हरियाणा की सीमा पर शंभू और खनौरी में डटे हैं। किसान के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंढेर ने रविवार 3 मार्च 2024 को बताया कि हमारा दिल्ली चलो मार्च अभी तक जारी हैं। जब तक हमारी मांगें नहीं पूरी होगी तब तक हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
केंद्र सरकार को घुटने के बल लाने के लिए हमने यह रणनीति तय की है
जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि मैं साफ कह देना चाहता हूं कि दिल्ली जाने का कार्यक्रम टला नहीं है। हम इससे पीछे नहीं हटे हैं। केंद्र सरकार को घुटने के बल लाने के लिए हमने यह रणनीति तय की है। हम जिस सीमाओं पर बैठे हुए हैं, वहां संख्या बढाएंगे और साथ ही दूसरे बॉर्डर पर भी किसानों को लाने का प्रयास करेंगे। किसान संगठनों ने तय किया है कि पंजाब और हरियाणा के किसान शंभू और खनौरी प्रदर्शन स्थल पर आंदोलन करते रहेंगे।
10 मार्च को देशभर में ट्रेन रोकने की अपील की है
किसान के नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा है कि इस आंदोलन को देशव्यापी फैलाने के लिए यूनियनों ने देशभर के किसानों और मजदूरों से 6 मार्च को दिल्ली पहुंचने और 10 मार्च को देशभर में ट्रेन रोकने की अपील की हैं।यूनियनों ने अपील की है कि किसान 10 मार्च को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक चार घंटे ट्रेन रोकेंगे। पंढेर ने कहा कि पंजाब की सभी पंचायतों को किसानों की मांगों के समर्थन में एक प्रस्ताव पारित करना चाहिए और हर गांव से एक ट्रैक्टर ट्रॉली विरोध स्थल पर पहुंचनी चाहिए।