पूरे देश में NEET पेपर लीक मामले को लेकर बवाल छिड़ा हुआ है। इस मामले पर सियासी पारा भी तेज होता जा रहा है। लगातार एक-दूसरी पार्टियां अपने विपक्षी नेताओं को घेरे में ले रही है। इस सब के बीच बिहार पुलिस की जांच टीम ने शनिवार को अपनी जांच रिपोर्ट और सबूत नई दिल्ली में शिक्षा मंत्रालय को सौंप दिए। अब शिक्षा मंत्रालय ने इस मामले की CBI जांच कराने का फैसला किया है। शिक्षा मंत्रालय ने एक्स पर इसकी जानकारी साझा कि है।
वहीं सूत्रों के मुताबिक जो जांच रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपी गई है। उसमें बताया गया है कि नीट यूजी की परीक्षा शुरू होने के पहले ही हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से पेपर लीक हुआ था। इसके साथ ही बिहार पुलिस की जांच टीम नए सुराग जुटाने के लिए गिरफ्तार 13 आरोपियों का नार्को एनालिसिस और ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराने की मांग शिक्षा मंत्रालय से करेगी। जांच में टीम को फ्लैट से जला हुआ नीट पेपर मिला था। एनटीए ने जले हुए पेपर का मिलान करने के लिए मूल पेपर जांच टीम को दे दिया है।
दरअसल, जिस बुकलेट नंबर (6136488) का पेपर पटना में माफिया के वॉट्सऐप पर आया था, वो बुकलेट ओएसिस स्कूल को मिला था। बुकलेट जिस बक्से में स्कूल पहुंचा था, उससे भी छेड़छाड़ हुई है। जांच एजेंसी पता लगा रही है कि प्रश्न पत्र वेयर हाउस से बैंक आने के दौरान या बैंक से परीक्षा केंद्र पहुंचने के बीच उड़ाया गया। फिलहाल 8 जुलाई को इस मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। इसलिए जांच अधिकारी मौन हैं।
नीट पर्चे को सेंटर से बाहर सॉल्व करने में पटना और रांची के मेडिकल कॉलेज के 10 पीजी डॉक्टरों की तलाश है। जांच टीम को आरोपियों के वॉट्सऐप चैट से पता चला कि परीक्षा से पहले पर्चा एक डॉक्टर के नंबर पर भेजा था।
दूसरी तरफ, केंद्र ने NEET-UG एग्जाम में कथित अनियमितताओं के मामले की जांच CBI को सौंप दी है। शिक्षा मंत्रालय ने शनिवार देर रात इसकी घोषणा की। 23 जून को होने वाली NEET- PG परीक्षा भी स्थगित कर दी गई है। नई तारीख का ऐलान बाद में किया जाएगा। इसे नेशनल बोर्ड ऑफ एजुकेशन इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) कराता है। रविवार को 300 शहरों के 1000 से ज्यादा सेंटर पर यह एग्जाम होना था।