मोतिहारी के मेयर के घर पर कई थानों की पुलिस ने एक साथ छापेमारी की है। इसके साथ ही राजनीतिक गलियारों में चर्चा का बाजार गर्म हो गया है। पुलिस जिस मेयर के पति सह राजद नेता देवा गुप्ता को तलाश रही है, उसके घर पर अभी हाल के दिनों में पूर्व उप मुख्यमंत्री सह विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव का आगमन हुआ था।
जानकारी के मुताबिक, मेयर पति मोतिहारी विधानसभा से राजद के प्रबल दावेदार भी हैं। पर अब चर्चा होने लगी है कि मेयर पति के राजनीतिक जीवन की उलटी गिनती शुरू हो गई है। कल तक कदम दर कदम साथ चलने वाले विधायक सह राजद के जिला अध्यक्ष मनोज यादव का साथ भी अब लगता है कि छूट गया है। मेयर के पति सह राजद नेता देवा गुप्ता को मोतिहारी पुलिस बड़ी बेसब्री से तलाश कर रही है।
दरअसल, पिछले वर्ष चकिया में राजीव यादव नाम के एक संवेदक को दिनदहाड़े अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। तब मृतक ने कथित रूप से मरने से पहले मेयर पति का नाम बताया था, जिसके बाद मेयर पति सहित अन्य पर चकिया थाना में कांड संख्या 301/23 दर्ज की गई थी। हत्याकांड में शूटर सहित अन्य की गिरफ्तारी हो चुकी है, पर मेयर पति की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इसको लेकर मृतक संवेदक के परिजन ने हाइकोर्ट में एक क्रिमिनल रिट याचिका दायर की थी। उसके बाद मोतिहारी एसपी को हाइकोर्ट में जवाब देना पड़ा। फिर लौटकर आते ही मेयर पति के घर पर छापामारी की गई।
इधर, मेयर ने भी अपने पति के बचाव में एसपी को एक आवेदन दिया था। उसमें दावा किया गया था कि घटना के दिन मेयर पति पटना के दो होटलों सहित विधायक मनोज यादव के आवास पर रुके थे। मेयर के आवेदन की जब पुलिस ने बारीकी से जांच शुरू की तो एक के बाद एक बचाव के सभी दावे झूठ निकलते चले गए।
मोतिहारी के एसपी कांतेश मिश्रा ने बताया कि पलास होटल में मेयर पति देवा गुप्ता के रुकने का कोई प्रमाण नहीं मिल सका है। जबकि होटल अशोका का बिल तो है, पर रजिस्टर पर मेयर पति के हस्ताक्षर ही नहीं हैं। विधायक सह राजद जिलाध्यक्ष मनोज यादव ने भी घटना के दिन अपने साथ होने से इनकार किया है। अब मोतिहारी पुलिस की आगे की कार्रवाई का सभी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।