मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को अपने ड्रीम प्रोजेक्ट बख्तियारपुर मरीन ड्राइव और बाढ़ के प्रसिद्ध उमानाथ मंदिर का दौरा करने पहुंचे। सीएम ने
सबसे पहले सीढ़ी घाट पर गंगा के बढ़े जलस्तर का मुआयना किया। अधिकारियों को घाट के जीर्णोद्धार कार्यों को शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया। इस दौरान वे करीब 10 मिनट तक मंत्रियों और अधिकारियों संग वॉकिंग ट्रैक पर पैदल चलते हुए निर्माण कार्यों का निरीक्षण करते रहे। सीढ़ी घाट स्थित प्राचीन शिव-पार्वती मंदिर में उन्होंने पूजा-अर्चना भी की।
फूलों से सजाकर भव्य स्वागत किया गया
शाम 4 बजे मुख्यमंत्री का काफिला उमानाथ मंदिर पहुंचा। यहां उन्होंने मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए 100 करोड़ से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास किया। मंदिर परिसर को फूलों से सजाकर भव्य स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने बाबा उमानाथ मंदिर में विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और उमानाथ घाट पर मां गंगा का दर्शन भी किया।
उमानाथ मंदिर परिसर में कई तरह की सुविधाएं मिलेगी
उमानाथ मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण के तहत मल्टीपर्पस हॉल, पार्किंग, बाउंड्री वॉल, कॉरिडोर निर्माण, इलेक्ट्रिक शवदाह गृह और मंदिर का जीर्णोद्धार शामिल है। मुख्यमंत्री ने इन योजनाओं को अपनी पिछली प्रगति यात्रा के दौरान घोषित किया था।
माघी पूर्णिमा और गंगा दशहरा पर यहां हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। कार्यक्रम में जीविका समूह की महिलाएं तख्ता लेकर मुख्यमंत्री के स्वागत में मौजूद रहीं। मौके पर उपस्थित आम जनता ने “नीतीश कुमार जिंदाबाद” के नारे लगाए, जिसका मुख्यमंत्री ने हाथ जोड़कर अभिवादन स्वीकार किया।