गिरिडीह: झारखंड की राजनीति उस मोड़ पर खड़ी हो गई है जहाँ अब सिर्फ़ घोटालों की गूंज नहीं, बल्कि साजिश की धमक भी सुनाई दे रही है। सोमवार को गिरिडीह में प्रेसवार्ता के दौरान नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक ऐसा आरोप लगाया जिसने सूबे की राजनीति को हिला दिया है।
मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के एक करीबी अधिकारी ने उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की सुपारी दी है। उन्होंने यह भी कहा कि यह साज़िश इसलिए रची जा रही है क्योंकि वह लगातार हेमंत सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठा रहे हैं—चाहे वह शराब घोटाला हो, ज़मीन लूट की साजिश हो, या अवैध खनन का मामला।
“CBI करे जांच, नाम नहीं लूंगा”
जब प्रेसवार्ता में पत्रकारों ने उनसे उस अधिकारी का नाम पूछा, तो मरांडी ने साफ कहा कि वे नाम नहीं बताएंगे। उन्होंने बस इतना कहा कि उन्होंने अपनी आशंका जाहिर कर दी है, अब जांच एजेंसियों की जिम्मेदारी है कि वे सच सामने लाएं। उन्होंने इस मामले में CBI या केंद्रीय जांच एजेंसी से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
क्या पूर्व DGP अनुराग गुप्ता भी साजिश में शामिल?
प्रेसवार्ता के दौरान एक सवाल यह भी उठा कि क्या इस साज़िश में पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) अनुराग गुप्ता का भी कोई रोल है, जिन्हें रिटायरमेंट के बाद हेमंत सरकार ने विशेष पदों पर नियुक्त किया है? इस पर मरांडी ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।
भाजपा नेताओं की मौजूदगी में हुआ खुलासा
इस प्रेसवार्ता में भाजपा जिलाध्यक्ष महादेव दुबे, जिला महामंत्री संदीप डंगाईच, वरिष्ठ नेता हरमिंदर सिंह बग्गा और महिला मोर्चा की नेता संगीता सेठ भी मौजूद थीं। यह आरोप केवल व्यक्तिगत नहीं बल्कि राजनीतिक रूप से बेहद गंभीर माना जा रहा है।