डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने बिहार आइडिया फेस्टिवल में कहा कि बिहार अब तेजी से औद्योगिक विकास की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार के विकास के लिए एक इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की सौगात दी है।
इसका निर्माण गया जी जिले में 1700 एकड़ भूमि पर किया जा रहा है। बिहार सरकार ने इसके लिए 1300 एकड़ अतिरिक्त भूमि भी उपलब्ध कराई है।
चार और इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की मांग
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार की 14 करोड़ आबादी की जरूरतें इतनी बड़ी हैं कि एक कॉरिडोर पर्याप्त नहीं होगा। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से अनुरोध किया कि बिहार को कम से कम चार और इंडस्ट्रियल कॉरिडोर दिए जाएं।
इस पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने तत्काल घोषणा करते हुए कहा कि बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में चार नए औद्योगिक कॉरिडोर बनाए जाएंगे। साथ ही उन्होंने बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन पैकेज-2025 की सराहना करते हुए इसे देश का सबसे सरल और उदार पैकेज बताया।
बिहार के लिए ऐतिहासिक समय
डिप्टी सीएम ने गोयल को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह बिहार के लिए एक ऐतिहासिक समय है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार अब हजारों नहीं, बल्कि लाखों लोगों को रोजगार देने वाले उद्योगों की दिशा में आगे बढ़ रहा है।”
सड़क, रेल और ऊर्जा क्षेत्र में तेजी से विकास
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि आज बिहार में विश्वस्तरीय सड़कों का जाल बिछ चुका है। पटना से राज्य के किसी भी कोने तक अब 4-5 घंटे में पहुंचा जा सकता है।
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राज्य में 13 वंदे भारत ट्रेनें संचालित हो रही हैं।
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गंगा किनारे दीघा से कोईलवर और मुंगेर से भागलपुर तक मैरिन ड्राइव का निर्माण हो रहा है।
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पांच बड़े एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं को भी मंजूरी मिल चुकी है।
उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक 17 इथेनॉल प्लांट लगाए जा चुके हैं, जहां मक्का, गेहूं और चावल के खुद्दी तक का इस्तेमाल कर इथेनॉल बनाया जा रहा है। पिछले पांच सालों में बिहार में करीब 40 लाख लोगों को रोजगार दिया गया है और 2025-30 तक एक करोड़ रोजगार सृजित करने का लक्ष्य रखा गया है।