07 जून | शयामानंद सिह | भागलपुर
भागलपुर के सुल्तानगंज स्थित अजगैविनाथ धाम में इस बार बकरीद का पर्व मुस्लिम समुदाय ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हर्षोल्लास के साथ मनाया। सुबह से ही मुस्लिम भाई मस्जिदों और दरगाहों में पहुंचे और देश में सुख-शांति के लिए दुआ मांगी। नमाज के बाद सभी ने एक-दूसरे को गले लगाकर बकरीद की मुबारकबाद दी। नोमान अंसारी, शैराज समेत अन्य मुस्लिम भाइयों ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी बकरीद शांति और सौहार्द के माहौल में मनाई जा रही है।
दलगौरी ईदगाह मैदान सहित अन्य मस्जिदों और दरगाहों में भी लोगों ने देश की खुशहाली के लिए दुआएं मांगीं। सुरक्षा को लेकर थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार ने खुद मोर्चा संभाला और मस्जिदों, चौक-चौराहों पर पुलिस बल के साथ महिला पुलिस की भी तैनाती की गई। पेट्रोलिंग और गश्ती दल लगातार इलाके में नजर बनाए हुए थे। थानाध्यक्ष ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से हाथ मिलाकर पर्व की शुभकामनाएं दीं और कहा कि बकरीद का त्योहार शांति और भाईचारे के साथ मनाया जा रहा है। इस मौके पर हजारों मुस्लिम भाई मौजूद रहे और पूरे इलाके में अमन और सौहार्द का माहौल देखने को मिला।
एक नजर अजगैबीनाथ मंदिर पर…
अजगैबीनाथ मंदिर, जिसे अजगैवीनाथ धाम भी कहा जाता है, बिहार के भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में गंगा नदी के किनारे स्थित एक प्रसिद्ध और प्राचीन शिव मंदिर है।
यह मंदिर शिव भक्तों के लिए बेहद खास है और इसे मनोकामना मंदिर भी कहा जाता है — मान्यता है कि यहां मांगी गई मन्नतें पूरी होती हैं।
मंदिर ग्रेनाइट पत्थर पर बना हुआ है और इसकी संरचना नाव जैसी दिखती है।
मंदिर के शिखर पर जो ध्वज है, वह रानी कलावती ने 1885 में दान किया था।
यहां भगवान शिव के त्रिशूल और शिवलिंग के दर्शन होते हैं, और मान्यता है कि यहां पूजा करने के बाद ही देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम में जल चढ़ाया जाता है।
श्रावण मास में यहां लाखों कांवड़िए गंगाजल लेकर आते हैं और मंदिर में जलाभिषेक करने के बाद देवघर के लिए रवाना होते हैं।
मंदिर के प्रांगण में पत्थरों पर सुंदर नक्काशी और शिलालेख भी देखने को मिलते हैं।