06 जून 2025
पटना [प्रशांत कुमार ‘प्रणय’]
बिहार में या फिर देश में, कहीं भी कोई राजनीतिक व्यक्ति अगर अपना रास्ता बदलता है, तो उसमें जरूर उसका कोई न कोई निजी हित छुपा होता है। ऐसे में चिराग पासवान भी अपनी राजनीतिक राह में बड़ा बदलाव करने जा रहे हैं। चिराग पासवान केंद्र की जिम्मेदारी छोड़कर बिहार लौटना चाह रहे हैं और बिहार विधानसभा चुनाव में उतरने का विचार कर रहे हैं।
चिराग पासवान आखिर क्यों बिहार से चुनाव लड़ना चाह रहे हैं? उनके बिहार से चुनाव लड़ने में उनका कौन सा हित है? आइए, आगे विस्तार से समझते हैं।
अगर लोकसभा चुनाव देखें तो चिराग पासवान का प्रभाव काफी ज्यादा देखने को मिला। उनके प्रभाव के कारण उनके चाचा पशुपति पारस की पार्टी को एक भी सीट चुनाव लड़ने के लिए नहीं मिली। नाराजगी में चाचा गठबंधन से अलग हो गए। इसके बाद जब चिराग पासवान ने चुनाव लड़ा तो उन्हें जितनी भी सीटें मिलीं, उन सभी पर जीत दर्ज की—पांच में पांच सीटों पर जीत के साथ उन्होंने 100% स्ट्राइक रेट बनाया।
इसके साथ ही जब झारखंड में विधानसभा के चुनाव हुए, तो वहां भी चिराग पासवान को एक सीट मिली और उस पर भी जीत दर्ज की। अब 2025 का साल है और बिहार विधानसभा का चुनाव होना है। इस चुनाव के मद्देनजर चिराग पासवान अपनी पार्टी को मजबूत कर रहे हैं और चाहते हैं कि उनकी भागीदारी सरकार में ज्यादा से ज्यादा हो। वे ज्यादा सीटों पर बिहार में चुनाव लड़ना चाहते हैं ताकि उनकी पार्टी निर्णायक भूमिका में पहुंच सके और वे बिहार की सरकार में बड़ी भूमिका निभा सकें।
चिराग पासवान की निगाहें सिर्फ बिहार विधानसभा चुनाव पर नहीं, बल्कि डिप्टी सीएम जैसे बड़े पद पर भी हैं। अगर उन्हें आश्वासन मिल जाता है कि उन्हें डिप्टी सीएम बनाया जाएगा, तो वे सीटों की संख्या कम करने पर भी विचार कर सकते हैं। लेकिन जब ऐसा माहौल नहीं दिख रहा कि उन्हें डिप्टी सीएम पद मिलेगा, तो चिराग पासवान ज्यादा से ज्यादा सीटें मांग रहे हैं, ताकि उनकी पार्टी की भूमिका निर्णायक हो जाए और उनके बिना सरकार न बन पाए।
ऐसी स्थिति में चिराग पासवान अपने मन मुताबिक किसी भी पद का चुनाव कर सकते हैं। इसी को लेकर चिराग पासवान लगातार बयान दे रहे हैं कि अगर जनता और पार्टी चाहती है, तो वे बिहार से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
पिछले दो महीनों से चिराग पासवान बिहार में माहौल बना रहे हैं। उनकी पार्टी के नेता भी लगातार उन्हें बिहार से चुनाव लड़ने की मांग कर रहे हैं। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की युवा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भी चिराग पासवान को बिहार से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया गया।
चिराग पासवान हमेशा कहते हैं कि उनका विजन सबसे पहले बिहार है और वे ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ की बात करते हैं। वे बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर अपना इंटरेस्ट दिखा रहे हैं।
अब देखना है कि चिराग पासवान ज्यादा से ज्यादा सीटें लेने में कामयाब होते हैं, मंत्रिमंडल में जगह बनाते हैं या फिर सीएम – डिप्टी सीएम पद को लेकर अपनी रणनीति बनाते हैं। फिलहाल यही सियासी माहौल बन रहा है।