Supercomputer Param Buddha: कंप्यूटर के क्षेत्र बिहार ने आगे बढ़ते हुए पटना के सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग ने राज्य का पहला सुपर कंप्यूटर ‘परम बुद्ध’ बनाया है, येआर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस है। ‘परम बुद्ध’ की अलग-अलग क्षेत्रों में टेस्टिंग हो चुकी है, फिलहाल आने वाले दिनों में ये पूरी तरह से काम करने के लिए तैयार हो जाएगा। जल्द ही इसकी ऑफिशियल लॉन्चिंग भी की जाएगी। सुपर कंप्यूटर स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और विज्ञान से जुड़े शोध कामों में तेजी लाने के लिए प्रयोग होगा, इसके निर्माण के साथ ही बिहार उन राज्यों की श्रेणी में शामिल हो गया है, जहां इस तरह के आधुनिक कंप्यूटर मौजूद हैं।
‘परम बुद्ध’ की टेस्टिंग आईआईटी बीएचयू, थल सेना समेत कई महत्वपूर्ण जगहों पर की जा चुकी है। आईआईटी पटना में भी इसे लगाने की मांग उठ रही है। बताया जा रहा है कि यह सुपर कंप्यूटर कई क्षेत्रों जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में शोधकार्य को आसान बनाएगा। जिन शोधों में बहुत अधिक मात्रा में डेटा का विश्लेषण करना होता है, वहां ‘परम बुद्ध’ बहुत मददगार साबित होगा। इस सुपर कंप्यूटर को बनाने में 4 करोड़ 50 लाख रुपये की लागत आई है, इसमें दूसरे सुपर कंप्यूटर से अलग ग्राफिक प्रोसेसिंग यूनिट (जीपीयू) लगा है। आमतौर पर दूसरे सुपर कंप्यूटर में सीपीयू (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट) होता है। जीपीयू होने की वजह से यह एक साथ कई काम बिना किसी गलती के कर सकता है। सीडैक-पटना के निदेशक आदित्य कुमार सिन्हा ने बताया कि परम बुद्ध बिहार में तैयार किया गया पहला एआई आधारित सुपर कंप्यूटर है। कई पहलुओं पर टेस्टिंग में यह पूरी तरह सफल रहा है। इसकी मदद से शोध, शिक्षा, स्वास्थ्य, पुलिसिंग समेत सभी अहम क्षेत्रों में कई जटिल कार्य भी आसानी से किए जा सकते हैं।
इन क्षेत्रों में मिल सकेगी ‘परम बुद्ध’ की मदद
- ‘परम बुद्ध’ शहरों की योजना बनाने, सीवेज लाइन विकसित करने और आधुनिक तरीके से खेती को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाएगा।
- सरकारी क्षेत्रों में लोगों को जल्दी सुविधाएं उपलब्ध कराने, स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने, स्मार्ट पुलिसिंग और साइबर क्राइम को रोकने में भी यह मददगार होगा।
- किसानों को फसलों में लगने वाली बीमारियों और उनके इलाज के बारे में जानकारी मिलेगी।
- स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी यह किसी बीमारी के प्रभाव या दवा के लंबे समय तक इस्तेमाल से होने वाले असर का अध्ययन करने में मददगार होगा।
- थ्री-डी ग्राफिक मैप की मदद से ट्रैफिक रूट प्लान तैयार करने जैसे जटिल कामों को भी यह आसानी से अंजाम देगा।
- जमीन की रजिस्ट्री, दाखिल-खारिज, सेवा का अधिकार अधिनियम के तहत आने वाली सेवाओं में अक्सर सर्वर स्लो होने की समस्या आती है। ‘परम बुद्ध’ इन समस्याओं को भी चुटकियों में दूर कर देगा।