Bihar Politics: जदयू की सदस्यता ले ली। राजद का साथ छोड़कर आने वाले नेताओं का जदयू नेता और बिहार सरकार में मंत्री विजय चौधरी और अशोक चौधरी ने स्वागत किया। सदस्यता ग्रहण कार्यक्रम के दौरान जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों से प्रभावित होकर इन नेताओं ने जदयू का दामन थामा है, तेजस्वी यादव और उनके विरोधी कह रहे थे कि जदयू टूट जाएगी, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव परिणाम ने उनकी जुबान पर ताला लगा दिया।’
वहीं जदयू नेता और मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि ‘तेजस्वी यादव ने पदयात्रा की घोषणा की है, उनकी यह पदयात्रा जाति जनगणना, अपराध और विशेष पैकेज को लेकर होगी। 15 साल तक लालू-राबड़ी की सरकार के दौरान ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। 2005 से पहले बिहार में रंगदारी और अपहरण का उद्योग था, लेकिन आज सरस्वती पूजा का चंदा भी जबरन नहीं वसूला जा सकता। बिहार में जाति आधारित गणना और विशेष राज्य की मांग कौन कर रहा है, यह पूरा बिहार जानता है।’
अशोक चौधरी ने आगे कहा कि ‘बिहार में श्रेय लेने की होड़ लगी हुई है, लेकिन डबल इंजन सरकार ने साबित किया है कि केंद्र बिहार को विशेष मदद कर रहा है। विपक्ष अब छूटी हुई ट्रेन को पकड़ना चाहता है, लेकिन श्रेय लेने की होड़ में विपक्ष दिवालिया हो गया है।’ वहीं विजय कुमार चौधरी ने कहा कि ‘जदयू में आए राजद के कई नेता पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे हैं, लेकिन राजद के क्रियाकलाप को देखते हुए इन नेताओं ने जदयू में शामिल होना बेहतर समझा। इन नेताओं के जदयू में आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी। 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए यह एक शुभ संकेत है।’
इससे कुछ दिन पहले आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का एक लेटर सोशल मीडिया में वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘राजद के कुछ नेता प्रशांत किशोर की पार्टी ज्वाइन कर रहे हैं। जन सुराज का समर्थन कर रहे हैं, ऐसे प्रक्रिया पर रोक लगाई जानी चाहिए और कार्रवाई होनी चाहिए।’ जगदानंद सिंह के पत्र आने के बाद सियासी हंगामा मच गया था।