पटना। केंद्र की मोदी सरकार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने से इनकार कर दिया, फिलहाल अब कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से सवाल किया है कि क्या नीतीश कुमार सीएम पद से इस्तीफा देंगे और NDA से अपना समर्थन वापस लेंगे? दरअसल बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह का कहना है कि नीतीश कुमार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए ही NDA में शामिल हुए थे, फिलहाल अखिलेश के सवाल के बाद विपक्ष ने सीएम नीतीश की घेराबंदी शुरू कर दी है।
डॉ अखिलेश सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन छोड़कर एनडीए के साथ इसलिए गए थे क्योंकि जब डबल इंजन की सरकार बनेगी तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा और राज्य का चहुंमुखी विकास होगा। लेकिन संसद में जब जेडीयू सांसद रामप्रीत मंडल ने इसके एवज में सवाल पूछा तो केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने साफ इनकार करते हुए कह दिया कि बिहार विशेष राज्य के दर्जे के लिए तय नियमों को पूरा नहीं करता, इसलिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा। अब तो सीएम नीतीश कुमार को सोचना होगा कि वे कि मोदी सरकार से समर्थन वापस लेंगे या फिर बिहार के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देंगे?
इधर भाकपा माले से राज्य सचिव कुणाल ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘मोदी सरकार ने बिहार को धोखा देने का काम किया है। भाजपा कभी भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं देना चाहती थी, बीजेपी ने बिहार की 13 करोड़ जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है।’ उन्होंने आगे कहा कि ‘ये सब तो छोड़ दीजिए भारतीय जनता पार्टी ने तो विशेष पैकेज के नाम पर भी बिहार से केवल छलावा किया है, हालांकि बिहार की जनता इस अपमान का बदला लेगी और BJP को आगामी विधानसभा चुनाव में सबक सिखाएगी।’