Bihar Politics: सुप्रीम कोर्ट के SC/ST आरक्षण में कोटे में कोटा और इसमें क्रीमी लेयर लागू करने के फैसले के बाद से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इसका विरोध कर रहे हैं, वहीं हाजीपुर सांसद और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी कोर्ट के फैसले पर आपत्ति जताई है। हालांकि बिहार के पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी और एमएलसी सच्चिदानंद राय ने इसे लेकर अब चिराग पासवान को ही कटघरे में खड़ा किया है।
जीतनराम मांझी ने कहा है कि ‘सुप्रीम कोर्ट के आदेश का स्वागत करते हैं। सुप्रीम कोर्ट का जो जजमेंट आया है वह 10 साल पहले आना चाहिए था। बाबा साहेब के अनुसार साक्षरता एक मानदंड है सबसे नीचे होने का।’ इसके अलावा मांझी ने चिराग पासवान को स्वार्थी बताते हुए कहा कि ऐसी बात स्वार्थी लोग कह रहे हैं। भुइयां, मुसहर, डोम, मेहतर जाति के जो लोग हैं उनमें से कितने आईएएस, आईपीएस, इंजीनियर और चीफ इंजीनियर हैं? जो लोग आज क्षोभ व्यक्त कर रहे हैं चार जातियां उनका सब है तो इसका मतलब है कि शेड्यूल कास्ट का हक वही लोग लेते रहें? 76 साल से तो वह लोग लेते ही रहे हैं।’
एमएलसी सच्चिदानंद राय ने कहा कि छुआछूत की बात चिराग पासवान ना ही करें,उनका जूठा खाने के लिए ब्राह्मण बैठे हैं। उनके बोलने से नहीं होगा, छुआछूत है कहां? आज भी अगर चिराग पासवान छुआछूत की बात करते हैं, जिसकी पहली हीरोइन कंगना रनौत थी। चिराग जी को ऐसा नहीं बोलना चाहिए। वे फालतू की बात कर रहे हैं।’