लोजपा पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान जो पहले कभी फिल्मों मैँ नजर आते थे, आज उनकी राजनीति मजबूत होते नजर आ रही है। रामविलस पासवान के निधन के बाद से पशुपति पारस और उनके भतीजे मैँ मतभेद शुरू हो गया था, और पार्टी दो हिस्सों मैँ बट गई। रामविलस पासवान के निधन के बाद से पशुपति पारस और उनके भतीजे मैँ मतभेद शुरू हो गया था, और पार्टी दो हिस्सों मैँ बट गई। उन्होंने हाजीपुर लोकसभा चुनाओ मैँ अपने चाचा पशुपति पारस को हराकर पांचों सेयतों पर जीत हासिल की। केवल यही नहीं, झारखंड उपचुनाओ मैँ भी लोजपा पार्टी को केवल एक ही सीट मिली थी और वह भी उन्होंने हासिल कर ली। यह अपने आप मैँ एक बहुत बड़ी बात है, कम सीट पर जीत हासिल करना। अब विधानसभा चुनाओ 2025 की भी तैयारी मैँ लगे हुए है। उन्होंने अपने संघटन को मजबूत करने के लिए नौ रत्न तयार किये है।
आइए नजर डालते है नौ रत्न :
अरुण भारती जो चिराग पासवान के जीजा है और साथ ही लोजपा पार्टी के प्रभारी (संघटन एवं चुनाओ ) के रूप मैँ चुने गए है। राजेश वर्मा खगरिया से है और (सह प्रभारी) बनाए गए है, कुमार सौरभ सिंह (सह प्रभारी) संघटन , धीरेन्द्र कुमार सिंहा, अरविन्द सिंह (समन्वयक ) संघटन , अभिषेक सिंह (समन्वयक ) संघटन, परशुराम पासवान (समन्वयक ) कार्यक्रम , वेद प्रकाश (समन्वयक ) कार्यक्रम और मोहम्मद सलीम ( समन्वयक) कार्यालय यह नौ रत्न है। आपको बता दे की चिराग पासवान की बिहार मैँ केवल पाँच सांसद है, जिसमे से उन्होंने दो पर भरोसा जताया है। वह दो अरुण भारती और राजेश वर्मा है। तीसरे सांसद खुद चिराग पासवान है। और बचे दो सांसद जिनमे से एक अशोक चौधरी की बेटी मीना चौधरी है और पाँचवी वैशाली की सांसद है। चिराग पासवान आने वाले विधानसभा चुनाओ के लिए अपनी राजनीति मजबूत कर रहे है। उन्हे अपनी पुरानी पार्टी वापिस मिल गई है। पर यह गौर करने की बात है की चिराग पासवान ने अरुण भारती और राजेश वर्मा पे भरोसा जताया और बाकी दो को कम जिम्मेदारी दी है।
आकांक्षा यादव