झारखंड: मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने कहा कि आर्थिक, शैक्षणिक और सामाजिक उत्थान हमारी सरकार की सोच रही है। पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के सोच के अनुरूप सभी कार्यों को मूर्त रूप देने का काम हम करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में झारखंड के गरीब, आदिवासी, मूलवासी, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक सहित सभी वर्ग समुदाय के बच्चों को अच्छी शिक्षा प्राप्त हो इस हेतु कई महत्वाकांक्षी योजनाओं का संचालन हो रहा है। हमारे बच्चे भी अब उच्च शिक्षा ले सके शिक्षा लेने में पैसा बाधा बने इसके लिए गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना का शुभारंभ हुआ है।
कोर्स के शुल्क के अनुरूप 10 से 20 लाख रुपए तक की मिलेगी मदद
इस योजना के माध्यम से वैसे बच्चे जो उच्चतर शिक्षा जैसे कि इंजीनियरिंग, डॉक्टर, डिप्लोमा इत्यादि का डिग्री लेना चाहते हैं उन्हें आर्थिक रूप से सहयोग मिल रहा है। इस योजना से आच्छादित बच्चों को जब नौकरी मिलेगी तब से वे धीरे-धीरे इस योजना के तहत मिले ऋण को वापस करेंगे। इस योजना के तहत उन्हें कोर्स के शुल्क के अनुरूप 10 लाख,15 लाख अथवा 20 लाख रुपए तक की मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने राज्य में अब तक 80 उत्कृष्ट विद्यालयों का संचालन किया है। आने वाले समय में बड़ी संख्या में विभिन्न विद्यालयों को उत्कृष्ट विद्यालयों में अपग्रेड किया जाएगा।
विदेशी संस्थानों में पढ़ा रहे है, आदिवासी, दलित, पिछड़े व अल्पसंख्यक के बच्चे
इन विद्यालयों को अपग्रेड करने का मुख्य उद्देश्य यही है कि अब हमारे बच्चे भी निजी विद्यालयों के अनुरूप सरकारी विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण कर सके। शैक्षणिक व्यवस्था में नीतिगत निर्णय लेते हुए कई बेहतर कार्य हुए हैं। अब हाई एजुकेशन के लिए आदिवासी, दलित, पिछड़े एवं अल्पसंख्यक के बच्चे भी विदेश के संस्थानों में पढ़ाई करने पहुंच रहे हैं क्योंकि विदेश में पढ़ाई करने का सारा खर्च राज्य सरकार उठा रही है। मरांग गोमके जयपाल सिंह पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के तहत विदेश में पढ़ाई करने वाले बच्चों का सत प्रतिशत स्कॉलरशिप राज्य सरकार वहन कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने जितनी भी योजनाएं राज्य सरकार की ओर से चलाई है वह सभी ग्रामीण परिवेश को ध्यान में रखकर संचालित किया जा रहा है।