छपरा: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज जयप्रकाश विश्वविद्यालय परिसर में महिला सम्मेलन में पहुंचे जहां वित्त मंत्री का भव्य स्वागत किया गया वही केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के साथ स्थानीय सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल और राजीव प्रताप रूडी भी इस मौके पर उपस्थित रहे विभिन्न बैंकों के हजारों में भारतीयों के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1100 करोड़ से ज्यादा की परिसंपत्तियों का वितरण किया, सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पहले ऋण देने के लिए बैंकों के द्वारा गारंटी की मांग की जाती थी परंतु अब छोटे से बड़े कार्यो के लिए प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी लोगों को सफल बना रहा है जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही है और सेल्फ हेल्प ग्रुप के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है।
सम्मेलन में इन लाभार्थीयों को किया ऋण प्रदान
वही आज के इस लाभार्थी सम्मेलन में वित्त मंत्री ने आवास ऋण के 170 लाभार्थियों के बीच 41.76 करोड़, वाहन ऋण के 209 लाभार्थियों के बीच 38.98, शिक्षा ऋण के 36 लाभार्थियों के बीच 2.51, अन्य खुदरा ऋण के 6,565 लाभार्थियों के बीच 202.77 करोड़, मुद्रा के 922 लाभार्थियों के बीच 32.36, स्टैंड-अप इंडिया के 34 लाभार्थियों के बीच 2.28 करोड़, पीएमस्वनिधि के 751 लाभार्थियों के बीच 1.65 करोड़, पीएमईजीपी के 128 लाभार्थियों के बीच 11.91, अन्य एमएसएमई ऋण के 829 लाभार्थियों को 98.56, केसीसी (कॉर्पाेरेशन) के 1,746 लाभार्थियों को 17.38, केसीसी (एएचडी और मछली पालन) के 158 लाभार्थियों को 2.46, एसएचजी के 10,420 लाभार्थियों को 267.98, अन्य कृषि ऋण के 12,542 लाभार्थियों को 266.13 और अन्य ऋण के 3,994 लाभार्थियों को 95.85 करोड़ रुपया प्रदान किया।
पहला दौरा में बिहार को दी बड़ी सौगात
राज्य के सबसे बड़े लाभार्थी सम्मेलन में वित्त मंत्री सीतारमण के द्वारा स्वयं सेवी संस्थाओं को चेक प्रदान किया गाया है। एक मायने में यह सम्मेलन कीर्तिमान भी स्थापित करते हुये, इतिहास रच दिया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का यह पहला बिहार दौरा है और पहली बार में अपार संख्या में महिला लाभार्थी जुटी है। वही उन्होंने बताया कि नाबार्ड द्वारा बिहार के सारण सहित 18 जिलों में पशु संसाधन और प्रशिक्षण केंद्रों के निर्माण और 200 एम्बुलेटरी वैन और 8 पशु उठाने और ले जाने के लिए पशु संसाधन और प्रशिक्षण केंद्रों के निर्माण के लिए आरआईडीएफ के तहत बिहार सरकार के पशु और मत्स्य संसाधन विभाग को 253.9 करोड़ रुपये के अनुदान, जलवायु स्मार्ट हस्तक्षेप और जागरूकता के प्रदर्शन, किसानों की क्षमता निर्माण और विपणन के लिए 13.65 लाख रुपये के अनुदान और कढ़ाई/कपड़ा पेंटिंग और उसके विपणन के माध्यम से एसएचजी सदस्यों की आजीविका सृजन के लिए 8.04 लाख रुपये के अनुदान की मंजूरी भी दे दी है।
रिपोर्ट: रंजनी शांडिल्य