समस्तीपुर: डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा में तीन दिवसीय किसान मेला का शुभआरंभ किया गया है। बता दें कि 24 फरवरी से 26 फरवरी तक चलने वाले किसान मेला का उद्घाटन डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर एमएलसी डॉक्टर तरुण कुमार डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पीएस पांडे ने दीप प्रज्वलित कर किया। किसान मेला के उद्घाटन से पूर्व अतिथियों ने किसानों के द्वारा लगाए गए फल और सब्जियों के प्रदर्शन का निरीक्षण किया इस मेले का थीम खाद्य सुरक्षा से पोषण सुरक्षा की ओर रखा गया है। किसान मेला में विश्वविद्यालय के अलावे अलग-अलग तरह के कल 180 स्टॉल भी लगाए गए हैं।
मेला में बिहार सहित छ राज्य से पहुंचे किसान
मेला में बिहार के अलावे झारखंड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों से किसान पहुंच रहे हैं। और विश्वविद्यालय के द्वारा विकसित किए गए नए कृषि यंत्र और बीजों के साथ नई तकनीक की जानकारी हासिल कर रहे हैं।मेले में पहुंचने वाले किसान विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इस मेले से काफी खुश दिख रहे हैं। उनका कहना है कि इस तरह के मेले मैं उन्हें खेती के नए तकनीक और नए प्रभेद भी जानकारी मिलती है। जिससे किसानों को काफी फायदा मिलता है।
कुलपति डॉ. पीएस पांडे ने क्या कुछ कहा…
वही इस मेले में आयोजन को लेकर डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर पीएस पांडे ने बताया कि इस वर्ष के किसान मेले का थीम खाद्य सुरक्षा से पोषण की ओर रखा गया है। मेले के पहले दिन खाद्य सुरक्षा और पोषण सुरक्षा पर चर्चा होगी वहीं दूसरे दिन प्राकृतिक खेती और श्री अन्य के प्रचार विषय पर चर्चा की जाएगी वहीं मेले के अंतिम दिन डिजिटल एग्रीकल्चर के ऊपर सेमीनार का आयोजन किया गया है। विश्वविद्यालय के विज्ञानों को के द्वारा लगातार अनुसंधान किया जा रहा है
मेले के माध्यम से किसानों को दी जा रही जानकारी…
इस मेले के माध्यम से किसानों को जानकारी दी जा रही है उनका मकसद है कि ज्यादा से ज्यादा किसानों के बीच तकनीकों को साझा किया जाए ताकि किसान कम खर्चे में ज्यादा मुनाफा कम कर अपनी आय को बढ़ा सके वही इस मेले के मुख्य अतिथि के रूप में सिरकत करने पहुंचे डिप्टी विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि भारतीय परंपरा और नई तकनीक के साथ भविष्य की चिंता करते हुए किसी के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है नौजवान को जोड़ना है कृषि को रोजगार और स्वरोजगार का बड़ा वातावरण बनाना है हर भारतीय एक नए अनुसंधान के साथ और नए रिसर्च के साथ कदम बढ़ाए जिस देश ही नहीं विश्व का नेतृत्व करें।
रिपोर्ट: प्रियांशु कुमार