आइए जानते है विस्तार से दूसरी लड़ाई के बारे में. अपने बढ़ते कद और नीतीश से मिले सहयोग पर चिराग़ पासवान की हिम्मत इतनी बढ़ गई कि वह भूल गए कि उनकी ताकत और कद बढ़ाने में बीजेपी के हाथ था. फिर क्या हुआ उन्होंने कई मामलों में बीजेपी के खिलाफ बयान देने लग गए. नीतीश के साथ मिलकर विरोध राज्य के दर्जे पर अपनी आवाज बुलंद करने लगे. इसी बीच खबर आई कि राजद के विधायक मुकेश रोशन ने यह दावा किया कि लोजपा रामविलास के पांच में से तीन सांसदों को बीजेपी ने फोड़ लिया हैं. इस वक्त चिराग़ के बीजेपी विरोधी राज्य के कारण ये रूबरू हवा खा गई और नतीज यह हुआ कि चिराग़ अचानक से पीएम आवास भागे भागे पहुंचे और अमित शाह से मुलाकात की. दावा किया जा रहा कि चिराग़ ने अमित शाह से मिनट की हैं और साथ ही माफी भी मांगी है. हालांकि, मीटिंग बंद कमरे में हुई तो आधिकारिक तौर पे अंदर क्या हुआ यह बता पान मुश्किल है. लेकिन उस मुलाकात के बाद से चिराग़ का रवैया बीजेपी पर थोड़ा सॉफ्ट होते नजर आने लगा.
विश्लेषण
प्रशांत कुमार