झारखंड: जमीन घोटाला मामले में आरोपी और जेल में बंद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सुप्रीप कोर्ट का रुख किया है. जहां उन्होंने स्पेशल लीव पिटीशन (क्रिमिनल एसएलपी) दाखिल कराई है. कोर्ट में दाखिल अपने याचिका में हेमंत सोरेन ने अपने अधिवक्ता के जरिए सर्वोच्चतम न्यायालय (सुप्रीम कोर्ट) से गुहार लगाई है कि उनकी तरफ से दाखिल याचिका पर सुनवाई करते हुए झारखंड हाईकोर्ट ने 28 फरवरी को ही अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था लेकिन अब करीब 55 दिनों के बीत जाने के पश्चात भी हाईकोर्ट ने अपना फैसला नहीं सुनाया है. सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के साथ ही हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत की मांग की है मामले में सुनवाई के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सोरेन का पक्ष सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड प्रज्ञा सिंह बघेल रखेंगी. हालांकि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए हेमंत सोरेन का यह मामला सूचीबद्ध नहीं हुआ है.
हेमंत सोरेन ने ट्रायल कोर्ट का भी खटखटाया दरवाजा
जमीन घोटाला मामले में अपनी जमानत के लिए पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्रायल कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया है. इसपर कोर्ट 1 मई 2024 को सुनवाई करेगी. हेमंत सोरेन फिलहाल होटवार जेल (बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार) में न्यायिक हिरासत में बंद हैं. जनकारी के लिए बता दें, जमीन घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने ईडी ने पूछताछ के क्रम उन्हें 31 जनवरी 2024 को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी से पहले हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था. वहीं उनकी गिरफ्तारी के बाद ईडी ने उन्हें 13 दिनों के रिमांड पर रखकर मामले में पूछताछ की है. बता दें, इसी मामले में बड़गाई अंचलाधिकारी भानु प्रताप और रांची के पूर्व डीसी सह निलंबित आईएएस छवि रंजन सहित कई जमीन कारोबारी इस वक्त जेल में बंद है.