Bihar Politics: बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने मंगलवार को ‘हर घर तिरंगा’ अभियान कार्यक्रम के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह अभियान पार्टी का नहीं बल्कि राष्ट्र का अभियान है। इसीलिए यह पूरा अभियान पार्टी के झंडे-बैनर के तहत नहीं बल्कि राष्ट्र के गौरव व सम्मान के प्रतीक तिरंगा के साथ चलेगा। उन्होंने राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने का आह्वान करते हुए कहा कि इसके जरिए ही धर्मवाद और जातिवाद को परास्त किया जा सकेगा। अयोध्या में जिस तरह से प्रभु श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विरजमान हुए हैं, उसी तरह से बिहार में भी माता जानकी के भव्य मंदिर निर्माण के लिए पार्टी के शीर्ष नेताओं से विचार-विमर्श के बाद नवम्बर से अभियान चलेगा।
चौधरी ने कहा कि बिहार के विकास को लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रतिबद्धता साफ दिख रही है। आजादी के बाद बिहार को कभी किसी बजट से इस बार इतनी राशि नहीं मिली। अटलजी की सरकार ने 2001-2002 में बिहार को 4 हजार करोड़ रुपये दी थी, जिसे 3 वर्षों में भी राबड़ी देवी की सरकार खर्च नहीं कर पाई, जब 2005 में नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी की सरकार आई तो उस राशि को खर्च की गई। 2015 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार को विशेष पैकेज केे तौर पर 1.25 हजार करोड़ दिया जिससे बिहार की सड़कों व पुल-पुलियों का निर्माण व विकास के अन्य काम संभव हो सका।
सम्राट चौधरी ने कहा कि बजट से मिली 59 हजार करोड़ से अधिक राशि में से पहली बार बिहार में प्रतिवर्ष नेपाल से आने वाली बाढ़ की तबाही की रोकथाम के लिए 11500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, जिससे कई जगहों पर डैम निर्माण के साथ ही वाटर मैनेजमेंट के अन्य कार्य कराए जायेंगे। बजट से मिली राशि से उड़ान योजना के तहत एयरपोर्ट, एक्सप्रेस-वे आदि के काम को भी तेज किया जाएगा। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इसके सफल कार्यान्वयन के लिए जिला स्तर पर त्रि-सदस्यी कमिटी बनाने की जरूरत है ताकि इसका लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिल सके।