शुक्रवार और शनिवार को हुई कुछ घंटों की झमाझम बारिश ने नगर परिषद प्रशासन की सफाई और जल निकासी के दावों की पोल खोल दी। दो दिनों की बारिश के बाद शहर की सड़कों और गलियों में घुटनेभर पानी जमा हो गया, जिससे लोग झीलनुमा नजारों के बीच आने-जाने को विवश हो गए।
परीक्षार्थियों को पानी के बीच से होकर गुजरना पड़ा
बारिश के कारण सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों और महिलाओ को उठानी पड़ी। दानापुर के राजकीयकृत धनेश्वरी देवनन्दन उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित BPSC परीक्षा में शामिल होने आए छात्र-छात्राओं को भी जलजमाव के बीच परीक्षा केंद्र तक पहुंचना पड़ा। क्लासरूम तक जाने के लिए परीक्षार्थियों को पानी के बीच से होकर गुजरना पड़ा।
इधर, दो दिन बाद शारदीय नवरात्र की शुरुआत होने वाली है, लेकिन पूजा पंडालों के आसपास भी जलजमाव और गंदग का अंबार लगा हुआ है। स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि इस गंदगी के बीच नवरात्र कैसे मनाया जाएगा।
सफाई व्यवस्था ध्वस्त नजर आ रही है
नगर परिषद द्वारा सफाई के लिए हर महीने नौ सौ दैनिक मजदूरों के नाम पर मानदेय का भुगतान किए जाने का दावा किया जाता है, बावजूद इसके सफाई व्यवस्था ध्वस्त नजर आ रही है।
शहर के पूर्वी गोला रोड, घुड़दौड़, महावीर कॉलोनी, श्रीराम नगर, सर्वोदय कॉलोनी, जानकी सिटी, बैंक कॉलोनी, सैनिक कॉलोनी, पुलिस कॉलोनी, एसके पुरम, जजेज कॉलोनी, आरपीएस रोड, प्रियदर्शी नगर, बालाजी नगर, न्यू प्रगति नगर, आरके पुरम, बाजार समिति, संगम विहार और पंचशील नगर समेत अधिकांश इलाकों में सड़कें घुटनेभर पानी में डूबी हुई हैं।
इस बीच परिषद के ईओ ने बताया कि बारिश से हुए जलजमाव को दूर करने के लिए सुपर सेक्शन मशीन और मोटरपंप लगाकर युद्ध स्तर पर पानी की निकासी की जा रही है