नेपाल में हुई भारी बारिश के बाद बिहार के निचले इलाकों में बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया गया है। प्रशासन ने सभी पंचायत कर्मियों को अलर्ट मोड में रहने और बाढ़ की स्थिति की जानकारी तुरंत संबंधित अंचल या अनुमंडल कार्यालय को देने का निर्देश दिया है। ताकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जल्द से जल्द राहत पहुंचाई जा सके। शुक्रवार की दोपहर तक नेपाल में भारी बारिश की सूचना मिली।
इसके परिणाम में देवघाट बराज से लगभग चार लाख क्यूसेक पानी गंडक नदी में छोड़ा गया। इस दौरान वाल्मीकि नगर गंडक बराज से भी लगभग 2 लाख 80 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। निचले इलाकों में बाढ़ की संभावना बढ़ गई है। वहीं पानी का स्तर शाम तक 3 लाख जबकि देर शाम तक चार लाख पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।
एसडीएम ने सभी पंचायत स्तरीय कर्मियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही गंडक नदी के तटबंधों की निरंतर मॉनिटरिंग के लिए जल संसाधन विभाग के अभियंताओं को निर्देशित किया गया है। जहां कहीं भी नदी का दबाव बढ़ता है या बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है, वहां तुरंत राहत पहुंचाने के उपाय किए जा रहे हैं।
शास्त्री नगर सहित गंडक नदी के तटबंध का निरीक्षण करते हुए पदाधिकारियों की टीम ने बाढ़ से बचाव की तैयारियों की समीक्षा की। बगहा अनुमंडल को चार जोन में बांटा गया है और हर जोन की निगरानी के लिए जल संसाधन विभाग के अभियंताओं को नियुक्त किया गया है। एसडीएम ने नेपाल में हो रही भारी बारिश को देखते हुए नगर परिषद और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए हैं। निचले इलाकों के निवासियों को सतर्कता बरतने की अपील की गई है ताकि किसी भी आपात स्थिति में जान-माल की क्षति को रोका जा सके।
जल संसाधन विभाग की टीम को गंडक नदी की स्थिति पर लगातार निगरानी रखने और बाढ़ की तैयारी की समीक्षा करने का निर्देश दिया गया है। विभाग की ओर से की गई तैयारियों की भी गहन समीक्षा की जा रही है। बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और राहत कार्यों के लिए तैयार है। जनसाधारण से भी अपील की गई है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में सहयोग करें। इसके साथ ही गंडक नदी के अंदर नाव का परिचालन पर बिल्कुल रोक लगा दिया गया है। इसे लेकर एक टीम का गठन किया गया है। जो किनारे पर लोगों को समझा रही है। मौके पर जल संसाधन विभाग के अभियंता, जल संसाधन विभाग एसडीओ आशुतोष कुमार, बगहा सीओ नर्मदा श्रीवास्तव, कार्यपालक पदाधिकारी बगहा सरोज कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी रामनगर मुकेश कुमार, जेई संजीव कुमार श्रीवास्तव मौजूद थे।