रांची, 10 मई 2025: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए राज्य के सभी अस्पतालों को निर्देश दिया है कि किसी भी परिस्थिति में मृतक का शव परिजनों को सौंपना अनिवार्य होगा। यह निर्णय गरीब परिवारों को बड़ी राहत प्रदान करेगा, जो अक्सर आर्थिक तंगी के कारण अपनों का अंतिम संस्कार नहीं कर पाते थे।
ये निर्णय लेने की बताई वजह
डॉ. अंसारी ने कहा, “मैं मंत्री बाद में हूं, पहले एक डॉक्टर हूं। मैंने अपनी आंखों से देखा है कि किस तरह अस्पताल शव को पैसे के अभाव में रोक लेते थे और परिवार लाचार, बेबस होकर अस्पतालों के दरवाजे पर बिलखते रहते थे। तभी मैंने मन में ठान लिया था कि अगर मुझे भविष्य में कभी ऐसी जवाबदेही मिलेगी, तो मैं सबसे पहले उन परिवारों को राहत दूंगा जो आर्थिक तंगी के कारण अपनों का अंतिम संस्कार तक नहीं कर पाते।”
इस निर्णय के बाद, राज्य के तमाम अस्पतालों ने इसका अनुपालन किया है और केंद्र सरकार ने भी इस फैसले को मान्यता दी है। डॉ. अंसारी ने झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी दूरदर्शी सोच और जनहितकारी नेतृत्व के कारण आज मैं स्वास्थ्य मंत्री के रूप में उनके विजन को आगे बढ़ा रहा हूं।
यह निर्णय झारखंड में एक नई स्वास्थ्य व्यवस्था की नींव रख रहा है, जहां इंसानियत सबसे ऊपर है। राज्य के हजारों परिवारों को इस निर्णय से राहत मिलेगी और वे अपने प्रियजनों का अंतिम संस्कार कर पाएंगे।