केके पाठक के जाते ही बिहार शिक्षा विभाग के ऊपर एक नया संकट आ गया हैं। बताया जा रहा कि बिहार के शिक्षकों पर वेतन का संकट गहरा रहा हैं। इसके पीछे की वजह हैं चालू वित्तीय वर्ष में शिक्षा मद में केंद्रांश की राशि बिहार को नहीं मिली है। ऐसे में केके पाठक के जाने के बाद पदभार संभालने वाले आईएएस अधिकारी एस सिद्धार्थ बार इसका समाधान निकालने का बोझ बढ़ गया हैं।
दरअसल, बिहार को चालू वित्तीय वर्ष में शिक्षा मद में केंद्रांश की राशि नहीं मिली है। इसकी वजह से राज्य में सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों को वेतन पर भुगतान का संकट गहराने लगा है। वहीं विभिन्न शैक्षणिक योजनाओं के क्रियान्वयन में भी परेशानी आ रही है।
इसके मद्देनजर शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के वेतन मद में मिलने वाली बकाया राशि की मांग केंद्र सरकार से की है। यदि केंद्र से माध्यमिक शिक्षकों के बकाया वेतन की राशि (799 करोड़ 38 लाख रुपये) नहीं मिली तो शिक्षकों को मई-जून का वेतन भुगतान हेतु राज्य सरकार को अपने स्तर से राशि का इंतजाम करना पड़ेगा।