Land For Job Scam Case: राजद सुप्रीमो लालू यादव की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं, दरअसल प्रवर्तन निदेशालय ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और अन्य आरोपियों के खिलाफ लैंड फॉर जॉब मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट में पहला सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल किया है, इसमें 11 लोगों को आरोपी बनाा गया है। जांच एजेंसी ने 96 दस्तावेज भी पेश किए हैं, इधर कोर्ट ने आरोप पत्र और दस्तावेजों की जांच के लिए मामले को 13 अगस्त के लिए सूचीबद्ध किया है।
पूरा मामला साल 2004 से 2009 के बीच का है, जब लालू प्रसाद यादव केंद्रीय रेल मंत्री थे। आरोप है कि लालू ने केंद्रीय रेल रहते हुए परिवार को जमीन हस्तांतरित के बदले रेलवे में नौकरियां दिलवाई। सीबीआई ने ये भी आरोप लगाया है कि रेलवे में की गई भर्तियां भारतीय रेलवे के मानकों के दिशा निर्देशों के अनुरुप नहीं थीं। लालू यादव पर आरोप लगे हैं कि क्षेत्रीय रेलवे में स्थानापन्नों की ऐसी नियुक्तियों के लिए कोई विज्ञापन या कोई सार्वजनिक नोटिस जारी नहीं किया गया था, फिर भी पटना के निवासी नियुक्त व्यक्तियों को मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर स्थित विभिन्न क्षेत्रीय रेलवे में स्थानापन्न के रूप में नियुक्त किया गया। जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि आरोपित ने रेलवे में नौकरी देने के लिए, एक अप्रत्यक्ष तरीका तैयार किया, जिसमें उम्मीदवारों को पहले स्थानापन्न के रूप में नियुक्त किया गया और बाद में उन्हें नियमित कर दिया गया।
तलाशी के दौरान नियुक्त हुए उम्मीदवारों की सूचियों वाली एक हार्ड डिस्क भी बरामद की गई। सीबीआई ने 18 मई 2022 को पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री और उनकी पत्नी, दो बेटियों और अज्ञात लोक सेवकों और निजी व्यक्तियों समेत अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इधर लैंड फॉर जॉब मामले को लेकर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खां ने कहा कि जांच एजेंसियां निष्पक्षता से अपना काम कर रही है और मामला न्यायालय में है। जांच के बाद जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।