Chhapra: महाराजगंज लोकसभा (Maharajganj Lok Sabha ) से ताल ठोकने वाले सारण के निर्दलीय MLC इं. सच्चिदानंद राय ने शनिवार को कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। सलाह मशवरा के बाद लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए अपने घोषणा से यू टर्न ले लिया है। बनियापुर के बड़ा लौवा स्थित संत जलेश्वर एकेडमी परिसर में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में कार्यकर्ताओं ने महाराजगंज लोकसभा चुनाव में भाजपा के सांसद को निकम्मा बताया। वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी को साइबेरिया करार देते हुए इंजीनियर सच्चिदानंद राय को चुनाव लड़ने की सलाह दी तो कुछ ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की इंजीनियर सच्चिदानंद राय को सलाह दी।
घंटों चले मशक्कत के बाद इंजीनियर सच्चिदानंद राय ने बताया कि महागठबंधन हमें पार्टी में शामिल होने पर टिकट का ऑफर दिया था परंतु हम अपने चार साल के कार्यकाल को छोड़कर अपने पंचायत प्रतिनिधियों के जिम्मेवारी से भाग कर सांसद बनना नहीं चाहते।
हमारे पुत्र व्यवसाय छोड़कर राजनीति में आने को तैयार नहीं है करण कि वह अपने जिम्मेवारी का निर्वहन नहीं कर पाएंगे ऐसे में हमने महागठबंधन और भाजपा को प्रत्याशी बदलने की सलाह दी थी और अपने पत्नी का नाम आगे बढ़ाया था परंतु सारण का दुर्भाग्य है कि सारण जिले के दो सीटों में सुप्रीमो के बेटे और बेटियां ही एनडीए प्रत्याशी के विरोध में खड़े हैं जो कि स्थानीय भी नहीं है।
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के सलाह मशवरा के बाद यह निष्कर्ष निकला है कि निर्दलीय चुनाव लड़ने से हम लड़ाई तो दे सकते हैं परंतु जीत के प्रति अस्वस्थ नहीं है और इंजीनियर सच्चिदानंद राय जीतने के लिए चुनाव लड़ते हैं ऐसे में कांग्रेस और महागठबंधन को अगर यह सीट जितनी है तो उन्हें प्रत्याशी बदलना पड़ेगा अन्यथा एनडीए के निगम में सांसद चुनाव जीतेंगे ऐसे में लोकसभा चुनाव लड़ना उचित नहीं है।