पटना के नदी थाना क्षेत्र स्थित जेठुली गांव में शनिवार देर रात बाइक सवार तीन अज्ञात अपराधियों ने 45 वर्षीय एक व्यक्ति को गोली मार दी। मृतक दुकान बंद कर घर लौट रहा था।
पंचर और रेडिएटर बनाने की दुकान थी
मृतक की पहचान बस्सु मियां के रूप में हुई है, जो जेठुली गांव के ही रहने वाले थे। बस्सु मियां की जेठुली पेट्रोल पंप के पास पंचर और रेडिएटर बनाने की दुकान थी। शनिवार शाम को जब वे अपनी दुकान बंद कर घर लौट रहे थे।
इस दौरान जेठुली घाट के पास घात लगाकर बैठे तीन बाइक सवार अपराधियों ने उन पर ताबड़तोड़ तीन गोलियां चला दीं। गोलियां लगते ही बस्सु मियां वहीं सड़क पर गिर पड़े। हमलावर मौका देखकर पटना की ओर फरार हो गए।
एनएमसीएच ले जाया गया
गोलीबारी की आवाज सुनकर मौके पर भीड़ जमा हो गई। स्थानीय लोगों ने घायल बस्सु मियां को पहचान लिया। इसके बाद इलाज के लिए पटना के एनएमसीएच अस्पताल ले गए। लेकिन उनकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें पीएमसीएच रेफर कर दिया। इलाज के दौरान शनिवार देर रात उनकी मौत हो गई।
दो खोखा भी बरामद किए गए
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। फतुहा एसडीपीओ अवधेश कुमार और कुछ देर बाद पटना ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग भी घटनास्थल पर पहुंचे।
अधिकारियों ने बारीकी से मुआयना किया और ग्रामीणों व परिजनों से पूछताछ की। अपराधियों का पता लगाने के लिए FSL (फोरेंसिक साइंस लैब) की टीम को भी बुलाया गया, जिसने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने मौके से दो खोखा भी बरामद किए हैं।
आरोपियों की जल्द होगी गिरफ्तारी
ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग ने इस बात की पुष्टि की है कि इलाज के दौरान बस्सु मियां की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि हम हर पहलू से इस मामले की जांच कर रहे हैं। अपराधियों की पहचान के लिए आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। जल्द ही हम आरोपियों को गिरफ्तार कर लेंगे।
ग्रामीणों के मुताबिक, बस्सु मियां का किसी से कोई विवाद या दुश्मनी नहीं थी। उनके पिता जेठुली मस्जिद में अजान पढ़ने का काम करते हैं, और बस्सु मियां का शांत स्वभाव था। इस हत्याकांड के बाद से गांव में गम और गुस्से का माहौल है। पुलिस का कहना है कि वे जल्द ही इस मामले का खुलासा कर देंगे।