सहरसा, एचडी न्यूज। सहरसा के बिहरा थाना क्षेत्र के पटोरी मौजा के दर्जनों महिला-पुरुषों ने मंगलवार को जिला समाहरणालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि 5 हजार आबादी वाले लोगों को इसका लाभ मिलता है। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि यह जमीन (खाता संख्या-497, खेसरा संख्या-1723 और पोखर भिंडा खेसरा संख्या-1724) खतियानी रैयतों द्वारा सार्वजनिक उपयोग के लिए मौखिक रूप से दान की गई थी। इसे ग्राम पंचायत निधि से पक्का किया गया और दशकों से यह इलाके के लोगों द्वारा आम रास्ते और पूजा स्थल के रूप में प्रयोग की जा रही है। लेकिन अब उसी के वंशज इसे बेचने की तैयारी में है। उनलोगों द्वारा आरोप लगाया कि अब खतियानी रैयत के दो वारिस धीरेन्द्र कुमार वर्मा उर्फ मुन्ना वर्मा और रंजीत कुमार वर्मा उर्फ बौआ वर्मा इस जमीन को अवैध रूप से बेचने की कोशिश कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि ये लोग जालसाजी कर सार्वजनिक उपयोग की इस जमीन को अपने व्यक्तिगत स्वामित्व में दिखाकर विक्रय करने की योजना बना रहे हैं। उनलोगों ने ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया है कि इस भूमि का अब तक कोई बंटवारा नहीं हुआ है। ऐसे में, किसी भी प्रकार के विक्रय पत्र के आधार पर इस भूमि का निबंधन जनहित में अवैध होगा। ऐसे मे प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन से मांग की कि इस जमीन के स्वत्व हस्तांतरण से जुड़े किसी भी तरह के विलेख के निबंधन पर तत्काल रोक लगाई जाए। उन्होंने इस संबंध में अवर निबंधक, सहरसा एवं अंचलाधिकारी, सत्तरकटैया को भी प्रतिलिपि भेजकर उचित कार्रवाई की मांग की है।