नेपाल में लगातार बारिश हो रही है। इसकी वजह से बिहार के बेतिया, बगहा, सीतामढ़ी, मधेपुरा, अररिया समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। बेतिया के योगपट्टी, नौतन और बैरिया प्रखंड के 24 से ज्यादा निचले इलाकों के गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है। वहीं, अररिया के परमान नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इससे मंगलवार को फारबिशगंज में एक पुल बह गया।
मौसम विज्ञान केंद्र ने आज 16 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार अभी ना मानसून ट्रफ लाइन गुजर रही है और ना ही चक्रवर्ती परिसंचरण बिहार में बना है। इस कारण भारी बारिश की संभावना नहीं है। इस दौरान लोग उमस भरी गर्मी अधिक महसूस करेंगे। 20 जुलाई तक मौसम सामान्य रहेगा। इधर, बगहा में गंडक के कटाव को रोकने के लिए बनाए गए स्टर्ड के धंसने से लोगों में दहशत का माहौल है।
प्रदेश के उत्तर-पश्चिम, उत्तर-पूर्व और दक्षिण-पूर्व भागों के एक दो स्थानों पर मेघ गर्जन और वज्रपात होने की संभावना है। अगले 48 घंटों के दौरान दक्षिण बिहार में सतही हवा की गति 10-20 किमी प्रतिघंटा एवं झोंके के साथ 30 किमी प्रतिघंटे रहने की संभावना है। ऐसे में नदी में नाविकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। अगले तीन दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री वृद्धि होने का पूर्वानुमान है। मौसम विज्ञानी के अनुसार, प्रदेश में अगले दो से तीन दिनों के दौरान कहीं भारी और अतिभारी वर्षा के आसार नहीं हैं। इस दौरान छिटपुट वर्षा की संभावना है।
मुजफ्फरपुर के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। कटरा प्रखंड में बागमती और लखनदेई नदी ने शनिवार को विकराल रूप धारण कर लिया। बाढ़ के पानी से बकुची, पतारी, अंदामा, बसघट्टा, नवादा, गंगेया गांव के करीब 50 हजार से ऊपर की आबादी घिर गई है। इधर, मुंगेर में बारिश के बाद दियारा क्षेत्र के निचले इलाके में गंगा का पानी भर गया है। गंगा के पानी में इलाके के बच्चे पेड़ से झूल कर कूद रहे हैं, स्टंट कर रहे हैं। जबकि प्रशासन की ओर से लगातार लोगों को सावधान रहने को कहा जा रहा है।