पटना, 6 जून [प्रशांत कुमार ‘प्रणय’]
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के मिलन समारोह में आज बिहार इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के उपाध्यक्ष और जदयू के वरिष्ठ नेता डॉ. सुनील कुमार सिंह ने अपने समर्थकों के साथ वीआईपी की सदस्यता ली और अपनी नई राजनीतिक पारी की शुरुआत की। इस मौके पर डॉ. अमिताभ सिन्हा और हम पार्टी के महासचिव डॉ. विनोद कुमार ने भी अपने समर्थकों के साथ वीआईपी की नीतियों में आस्था जताते हुए पार्टी का दामन थामा। पूर्व मंत्री और वीआईपी के संस्थापक मुकेश सहनी ने सभी नए सदस्यों का गर्मजोशी से स्वागत किया।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति, अर्जुन सहनी, सुमन सहनी, सुनील निषाद समेत बड़ी तादाद में पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी समारोह में मौजूद रहे।
नए सदस्यों का स्वागत करते हुए मुकेश सहनी ने कहा कि वीआईपी अब सभी जातियों और वर्गों को जोड़ रही है, जिससे पार्टी की लोकप्रियता में लगातार इजाफा हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि वीआईपी की नीतियां प्रबुद्ध लोगों को आकर्षित कर रही हैं, जो पार्टी के लिए गर्व की बात है।
मुकेश सहनी ने आगे कहा कि डॉ. सुनील सिंह समेत तमाम डॉक्टरों और उनके समर्थकों के पार्टी में आने से वीआईपी और मजबूत हुई है और इससे पूरे देश में एक सकारात्मक संदेश गया है। उन्होंने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज बिहार सरकार के पास कोई स्पष्ट विजन नहीं है और नीतीश कुमार का मकसद सिर्फ सत्ता में बने रहना है।
उन्होंने स्वास्थ्य व्यवस्था पर चिंता जताते हुए कहा कि प्रखंड या जिला—हर जगह से मरीजों को पटना रेफर किया जा रहा है, लेकिन सरकार को इन परिवारों की कोई चिंता नहीं है। सहनी ने वादा किया कि महागठबंधन की सरकार बनने पर ऐसी नीति लाई जाएगी, जिसमें रेफर के बाद मरीज को अस्पताल तक पहुंचाने और बेड दिलाने की जिम्मेदारी सरकार की होगी। उन्होंने हाल ही में मुजफ्फरपुर की दुष्कर्म पीड़िता बच्ची का भी जिक्र किया।
मुकेश सहनी ने कहा कि सरकार चाहे तो अभी भी यह व्यवस्था लागू कर सकती है, लेकिन उसे बिहार के लोगों की कोई परवाह नहीं है। उन्होंने दोहराया कि महागठबंधन ‘नए बिहार’ के विजन के साथ चुनाव में उतरेगा और सरकार बनाकर उस विजन को जमीन पर उतारेगा।
डॉ. सुनील कुमार सिंह ने वीआईपी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद कहा कि वे राज्य के लिए कुछ करने की तमन्ना के साथ मुकेश सहनी के साथ जुड़े हैं, जो उन्हें बाकी नेताओं से अलग बनाता है। शिक्षा, पलायन, स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों पर उनके पास ठोस कार्ययोजना है, जो सुशासन का सही मॉडल है। डॉ. सिंह ने कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत किसी से छिपी नहीं है और वीआईपी की नीतियां उन्हें आकर्षित करती हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि महागठबंधन की सरकार बनने पर बिहार निश्चित तौर पर आगे बढ़ेगा।