बिहार में लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के खाते में 9 सीट आई और इसमें अहम भूमिका तेजस्वी यादव की मानी जा रही है। क्योंकि जिस तरीके से तेजस्वी यादव ने अकेले ही बिहार के पूरे लोकसभा क्षेत्र में दौरा किया। जनता से रुबरू हुए, वे बड़ी बात थी। इस दौरान उनकी तबीयत खराब भी हुई, लेकिन वे रूके नहीं। वहीं, अब तेजस्वी के सामने अभी एक और चुनौती आ गई है। विधानसभा की 4 सीटों पर बहुत जल्द उपचुनाव होना है। इनमें से 3 सीटें महागठबंधन की हैं जिसे बचाना तेजस्वी के लिए बड़ा चैलेंज है।
2024 लोकसभा चुनाव में बिहार विधानसभा के चार विधायकों ने लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की। चारों विधायकों के सांसद बनने के बाद बिहार विधानसभा में चार सीट खाली हो जाएगी। जिसपर उपचुनाव होगा। इन चार विधानसभा क्षेत्र में तीन पर इंडिया गठबंधन का कब्जा है। तेजस्वी यादव के सामने सबसे बड़ी चुनौती इन तीन सीटों पर अपना कब्जा बरकरार रखने की होगी।
बिहार के 4 विधायक अब सांसद बन गए हैं। अब वह देश के ऊपरी सदन संसद में बैठेंगे। इमामगंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने गया(सु) लोकसभा सीट से जीत दर्ज की है। बेलागंज विधानसभा के विधायक सुरेंद्र यादव ने जहानाबाद लोकसभा सीट से जीत दर्ज की। तरारी विधानसभा के विधायक सुदामा प्रसाद ने आरा लोकसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की। वहीं रामगढ़ के विधायक सुधाकर सिंह ने बक्सर लोकसभा क्षेत्र से जीत दर्ज हासिल की।
जीतनराम मांझी के सांसद बनने के बाद यह सीट रिक्त हुई है। इस सीट पर उपचुनाव होगा। इस सीट से जीतनराम मांझी के परिवार के किसी सदस्य के चुनाव लड़ने की चर्चा है। जीतनराम मांझी के छोटे बेटे प्रवीण मांझी इस सीट से अपनी दावेदारी कर रहे हैं। प्रवीण मांझी का मजबूत पक्ष है कि वो जीतनराम मांझी के बेटे हैं। दूसरा कि वह लगातार अपने क्षेत्र में सक्रिय हैं। प्रवीण मांझी के अलावे भी कई स्थानीय नेता जो पार्टी में सक्रिय हैं। वह भी अपनी दावेदारी मजबूती से पेश कर रहे हैं।
सुरेंद्र यादव ने जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र से जीत हासिल की है। अब सुरेंद्र यादव बेलागंज विधानसभा क्षेत्र से इस्तीफा देंगे और यहां पर उपचुनाव होगा। उपचुनाव में सुरेंद्र यादव के पुत्र विश्वनाथ यादव इस सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। विश्वनाथ यादव का कहना है कि उनके पिताजी ने पिछले 30 वर्षों से क्षेत्र के लिए बहुत सारे काम किए हैं। वह भी लगातार अपने क्षेत्र में राजनीति में सक्रिय रहे हैं। यदि आरजेडी उनपर भरोसा करती है तो वह पार्टी के भरोसा पर पूरी तरीके से खरा उतरेंगे।
2024 लोकसभा चुनाव में सुधाकर सिंह लोकसभा के लिए बक्सर से निर्वाचित हुए हैं। उनकी जीत के बाद इस सीट पर फिर से उपचुनाव होगा। उपचुनाव में राजद की तरफ से जगदानंद सिंह के छोटे पुत्र अजीत सिंह पार्टी के सशक्त दावेदार हैं। कुछ दिन पहले ही अजीत सिंह ने जदयू छोड़कर राजद की सदस्यता ग्रहण की है।