झारखंड: एक दिवसीय दौरे पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड के तीसरे दीक्षांत समारोह में चीफ गेस्ट शामिल हुईं। दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने युवा, देश के विकास और महिलाओं के विकास पर अपनी बात रखी। साथ ही उन्होंने कला संस्कृति की तारीफ करते हुए सबके विकास की बात की। अपने संबोधन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि बाबा बैद्यनाथ के क्षेत्र में आकर प्रसन्नता हो रही है। मैं आज उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई देती हूं। आपके कैंपस के पास ही स्वर्ण रेखा नदी बहती है ऐसा कहा जाता है कि उसके जल सेवन मात्र से ही ज्ञान की प्राप्ति होती है। मुझे विश्वास है कि आप यहां मिले ज्ञान का प्रयोग करेंगे।
राष्ट्रपति ने युवाओं को बताया भारत की पूंजी
राष्ट्रपति ने युवाओं को भारत की पूंजी बताते हुए कहा कि हम 2030 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाले हैं। हमने 2040 तक भारत को एक विकसित भारत बनाने का लक्ष्य रखा है। मुझे विश्वास है कि आप सभी एक ऐसे समाज की परिकल्पना करेंगे जहां समरसता है। देश का नारा है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास।
बेटियां आगे बढ़ रही हैं
राष्ट्रपति ने कहा मुझे पुरस्कार देते समय आभास होता है कि कैसे हमारी बेटियां तरक्की कर रही हैं। आज भी पुरस्कार पाने वालों में 50 फीसदी बेटियां हैं। अब बेटियां भी तेज गति से आगे बढ़ रही है। बेटियों को प्रोत्साहित करना हमारा काम है। हर एक बाधा और अवरोध को पार कर वह आगे बढ़ रही हैं।
सीयूजे के ग्रीन कैंपस की राष्ट्रपति ने की तारीफ
झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय अच्छा काम कर रहा है। यहां स्थानीय भाषा, संगीत और सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने के लिए विशेष सेंटर बनाया गया है। यह कैंपस ग्रीन आर्किटेक्ट को ध्यान में रखकर किया गया है। पेड़ नहीं काटे गए हैं, यहां के वातावरण का भी विशेष ध्यान रखा गया है। हम सभी क्लाइमेट चेंज और ग्लोबल वार्मिंग की गंभीरता समझते हैं।
मैं अपने घर लौटी हूं
राष्ट्रपति ने कहा कि मैं जब भी झारखंड आती हूं तो लगता है अपने घर वापस आई हूं। मैंने राज्यपाल के तौर पर यहां काम किया है। बिरसा की धरती पर होने का सौभाग्य मुझे खुशी से भर देता है। झारखंड की 26 प्रतिशत आबादी जनजाति है, जनजाति से मेरा जुड़ाव रहा है। आप सोचते होंगे कि मैं जनजाति से हूं इसलिए इनसे प्रेम करती हूं, लेकिन ऐसा नहीं है। जो पीछे हैं, कमजोर हैं, इसलिए मैं प्यार करती हूं।
जनजाति लोग भी विकास की मुख्य धारा से जुड़े
उन्हें प्रेरणा मिले वो आगे बढ़े। मैं आपसे कहना चाहती हूं कि आप उनके लिए भी सोचिए। जनजाति लोग भी विकास की मुख्य धारा से जुड़े। हम जानते हैं कि जनजातीय लोगों के पास पारंपरिक ज्ञान का भंडार है। इससे वह जीवन बेहतर बना सकते हैं, अगर हम उनकी जीवन शैली और पद्धति से सीख पाएं तो हम ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से निपट सकते हैं।
सीएम ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भव्य स्वागत किया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू झारखंड का बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया गया। राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन और मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने फूलों का गुलदस्ता देकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का झारखंड की धरती पर स्वागत किया।