रांची। झारखंड गवर्नमेंट अपग्रेड हाई स्कूल, बालालौंग में शनिवार, 28 जून को हिताजंग फाउंडेशन द्वारा ‘My Roots My Strength’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को शैक्षणिक मार्गदर्शन के साथ-साथ झारखंड की समृद्ध पारंपरिक सांस्कृतिक धरोहर, खासकर वाद्ययंत्रों के प्रति जागरूक करना था। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने झारखंड की लोकसंस्कृति, संगीत और वाद्ययंत्रों की जानकारी पाई और अपनी जड़ों से जुड़ने का महत्व समझा।
कार्यक्रम में हिताजंग फाउंडेशन की निदेशक श्रीमती नुरानी करुणा सुरीन अपनी टीम के साथ उपस्थित रहीं। उन्होंने संस्था के उद्देश्यों और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। श्रीमती सुरीन ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि अपनी संस्कृति और परंपराओं से जुड़कर ही हम शिक्षा को अपनी असली ताकत बना सकते हैं। उन्होंने बच्चों को अपने सपनों को साकार करने के लिए शिक्षा को हथियार बनाने की सलाह दी।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में जोहारग्राम के संस्थापक श्री आशीष सत्यव्रत साहु ने शिरकत की। उन्होंने अपनी प्रेरणादायक यात्रा विद्यार्थियों के साथ साझा की और बताया कि कैसे स्थानीय संसाधनों और परंपराओं को अपनाकर आत्मनिर्भरता और पहचान हासिल की जा सकती है। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने अनुभवों से सीखने और चुनौतियों का सामना आत्मविश्वास से करने का संदेश दिया।
विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती अबीदा हसन के सहयोग और मार्गदर्शन से यह आयोजन सफल रहा। उन्होंने विद्यार्थियों को ऐसे आयोजनों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।