पटना: विहार विधानमंडल के दोनो सदनों में गुरुवार को भी शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का जमकर विरोध हुआ। के के पाठक के कार्यशैली पर आपत्ति के साथ कहा गया। सीएम नीतीश कुमार के स्कूल टाईमिंग का ऐलान पर केके पाठक ने पत्र नहीं निकाला है। सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00बजे तक पढाई और शिक्षकों के लिए 9:45 से 4:45 बजे की कार्या अवधि का ऐलान हुआ है। जिसको लेकर विधानसभा में भारी हंगामा हुआ। शिक्षक परिषद में राजद की ओर से सुनील कुमार सिंह ने तंज कसाते हुये कहां कि केके पाठक को मुख्य सचिव बना देना चाहिए या सीएम सचिवालय में बैठाना पाहिए ताकि सुधार हो जाय।
शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को नियम-कानून का पढ़ाया पाठ
बताया जाता है हंगामा के बीच शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को नियम-कानून का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि डॉ. चंद्रशेखर से अनुरोध करना चाहते हैं, आप शिक्षा मंत्री रहे हैं. मोबाइल का वीडियो बिना अध्यक्ष की इजाजत के नहीं दिखाया जाता है। वह भी प्रेस गैलरी की तरफ देखकर आप दिखा रहे हैं। आप जो वीडियो दिखा रहे हैं, जिसमें एक अधिकारी द्वारा कथित तौर पर आपत्तिजनक शब्द प्रयोग करने का आरोप है। हम स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि कोई भी अधिकारी आम आदमी के खिलाफ भी अपशब्द का प्रयोग नहीं कर सकता है।
उच्च सदन के सभापति को वह टेप है उपलब्ध
वही उन्होंने कहा कि शिक्षक और विधायकों की बात ही छोड़ दीजिए। हमने विधान परिषद में कहा था और आसान से आग्रह किया था कि आप टेप खुद देख लें। उच्च सदन के सभापति को वह टेप उपलब्ध है। सरकार की तरफ से उनको अधिकृत कर दिया गया है कि आप स्वयं टेप देख लें और आपकी जो अनुशंसा होगी उधर विधान परिषद में भी प्रश्नोत्तर काल शुरु होते ही सीएम का ऐलान नहीं लागू किये जाने का उल्लेख कर केके पाठक का विरोध किया। वही सभापति देवेशचंद्र ठाकुर ने शून्यकाल में इस मुद्दा को उठाने और प्रश्नोत्तर काल बाधित नहीं करने की नसीहत देकर सदस्यों को शांत किया।