Sheikh Hasina Current location: बांग्लादेश में जारी हिंसा और शेख हसीना के खिलाफ प्रदर्शन के बीच उनके बांग्लादेश छोड़ने की खबरें हैं। बांग्लादेश के एक अखबार की रिपोर्ट है कि शेख हसीना मिलिट्री के हेलिकॉप्टर में सवार होकर भारत निकली हैं। वो भारत में शरण ले सकती हैं। इस बीच उसकी लोकेशन पटना के ऊपर शो किया। शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया है और अब कमान सेना ने संभाल ली है।
कहा जा रहा है कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां बांग्लादेश से लगी भारतीय सीमाओं पर 10 किलोमीटर दूर से ही AJAX1431 कॉल साइन वाले C-130 विमान पर नजर रख रही हैं और यह विमान दिल्ली की ओर बढ़ रहा है। माना जा रहा है कि शेख हसीना और उनके कुछ साथी इस विमान में सवार हैं। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन कहा जा रहा है कि शेख हसीना का विमान बांग्लादेश वायुसेना का विमान पटना पार कर यूपी-बिहार सीमा के पास पहुंच गया है।
कौन हैं शेख हसीना?
शेख हसीना का जन्म 28 सितंबर 1947 को हुआ। शेख हसीना बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की सबसे बड़ी बेटी हैं, उनका शुरुआती जीवन पूर्वी बंगाल के तुंगीपाड़ा में बीता है। इसके बाद हसीना ने छात्र राजनीति से सियासत में कदम रखा और आगे चलकर उन्होंने अपने पिता की पार्टी आवामी लीग के स्टूडेंट विंग को संभाला। साल 1966 में जब वो ईडन महिला कॉलेज में पढ़ रही थीं, तब स्टूडेंट यूनियन का चुनाव लड़ा और वाइस प्रेसिडेंट बनीं। इसके साथ ही वो यूनिवर्सिटी ऑफ ढाका में भी छात्र राजनीति में सक्रिय रहीं।
साल 1975 में हथियारबंद लड़ाकों ने शेख हसीना की मां, उनके तीन भाई और पिता शेख मुजीबुर रहमान को मौत के घाट उतार दिया, उस वक्त हसीना अपने पति वाजिद मियां और छोटी बहन के साथ यूरोप में थीं। माता पिता की हत्या के बाद हसीना ने कुछ समय जर्मनी में बिताया और बाद में वो भारत आईं, यहां गांधी ने उन्हें शरण दी। हसीना अपनी बहन के साथ दिल्ली में करीब 6 साल तक रहीं, इसके बाद 1981 में बांग्लादेश लौंटी और फिर से अपनी पार्टा को आगे बढ़ाया।
आयरन लेडी कही जाने वाली शेख हसीना 5 बार से प्रधानमंत्री पद संभाल रही थीं, हालांकि हाल ही में बांग्लादेश में भड़की हिंसा ने शेख हसीना को पद छोड़ने पर मजबूर कर दिया। दरअसल बांग्लादेश में छात्र संगठन सरकारी नौकरियों के लिए कोटा प्रणाली खत्म करने की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे थे। हिंसा इतनी भड़क चुकी थी की 100 लोगों की जान तक चली गई, इस मामले में छात्र प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। हालात बिगड़ते देख शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है और बांग्लादेश भी छोड़ दिया है।