VALMIKI NAGAR LOK SABHA SEAT : लोकसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच बिहार का वाल्मिकी नगर लोकसभा क्षेत्र हॉट सीट बन गया है। अचानक इस सीट की चर्चा देश में होने लगी है। इसकी वजह है असम के कोकराझार से दो बार के निर्दलीय सांसद नबा कुमार सरानिया का इस सीट पर ताल ठोकना।
नबा कुमार सारनिया ने सोमवार को वाल्मिकी नगर सीट से अपनी गण सुरक्षा पार्टी से नामांकन दाखिल किया। उनकी एंट्री से यहां मुकाबला रोचक हो गया है। उनका मुकाबला इस सीट पर जदयू के सुनील कुमार और राजद के दीपक यादव से होगा।
वाल्मिकी नगर लोकसभा क्षेत्र थारू आदिवासी बाहुल्य सीट है। इस पर सरानिया के नामांकन दाखिल किए जाने के बाद दोनों बड़े दल एनडीए और इंडिया गठबंधन की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है।
गण सुरक्षा पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष मंजू कुमारी ने बताया कि असम के कोकराझार से लगातार 2 बार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज करने वाले नवा कुमार सरनिया इस बार वाल्मीकिनगर से चुनाव लड़ रहे हैं। यहां के नेता (सांसद, विधायक) आदिवासी, दलित, महादलित, पिछड़ा, अतिपिछड़ा के लिए कोई काम नहीं करते हैं। इस कारण यहां की जनता उनके लिए आवाज उठाने वाले नेता के रूप में विकल्प तलाश रही है। इसी विकल्प के रूप में हमारे नेता लोगों के बीच आए हैं।
जानिए कौन है नवा कुमार सरानिया
नवा सरानिया असम के बक्सा जिले के दिघलीपार गांव के रहने वाले हैं। बताया जाता है कि सरानिया असम के उल्फा की 709 बटालियन के कमांडर रह चुके हैं। नबा ने 1990 में संगठन ज्वाइन किया था। 2012 के बाद उन्होंने संगठन को छोड़कर राजनीति को अपना कैरियर बना लिया। इसके बाद मोदी लहर के दौरान उन्होंने 2014 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर असम के कोकराझार सीट पर भारी मतों के अंतर से जीत हासिल की। इसके बाद 2019 में लगातार दूसरी बार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में कोकराझार सीट से लोकसभा पहुंचे।
तकनीकी कारणों से असम में रद्द हुआ नामांकन
नवा कुमार सरानिया ने बताया कि असम में कुछ तकनीकी कारणों से उनका नामांकन रद्द हो गया था। इसके बाद उन्होंने वाल्मीकि नगर से चुनाव लड़ने का फैसला लिया। इस सीट से चुनाव लड़ने का उनका उद्देश्य है कि आदिवासी, पिछड़ा, अति पिछड़ा, अनुसूचित जाति-जनजाति के लिए कार्य करना, उनको आगे बढाना और एक अलग पहचान दिलाना है।
2 लाख के आसपास है जनजाति समुदाय के वोटर
वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र में जनजाति समुदाय के लोग निवास करते हैं। ऐसे में जनजाति समुदाय के वोटर को एकजुट करने और अपने पक्ष में मतदान करने के लिए कोकराझार के सांसद नवा कुमार सरनिया वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट का चयन किया है।
उनके आ जाने से वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट पर कई पार्टियों के वोट में बिखराव दिखेगा। दरअसल, इस सीट पर ब्राह्मण के बाद थारू समुदाय के वोटर निर्णायक वोटर हैं। ऐसे में इस सीट पर जनजाति समुदाय के बड़े चेहरा के आने से कई प्रत्याशियों की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है।