फतुहा स्थित गोविंदपुर में गंगा, पुनपुन और नारायणी नदियों के पवित्र संगम पर लगने वाले ऐतिहासिक वारुणि मेले का भव्य आगाज हो गया है। यह मेला पूरे दस दिनों तक चलेगा।
फीता काटकर उद्घाटन किया
शुक्रवार को स्थानीय समाजसेवी आशीष पटेल उर्फ डिम्पल और राजन पासवान ने संयुक्त रूप से फीता काटकर मेले का विधिवत शुभारंभ किया।
इस अवसर पर सुशील यादव, मुकेश पासवान, विशाल यादव और सूरज पासवान सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
कई तरह के झूलों की सुविधा
मेले में मनोरंजन के लिए विशेष आकर्षणों की व्यवस्था की गई है। ‘मौत का कुआं’, ब्रेक डांस झूला और नाव वाला झूला युवाओं को खूब आकर्षित कर रहे हैं।
जबकि, बच्चों के लिए छोटे झूले और मिक्की माउस जैसे खिलौने उपलब्ध हैं। इसके अलावा जादू घर और सर्कस भी मेले की शोभा बढ़ा रहे हैं।
नर्सरी की प्रदर्शनी भी लगाई गई
खरीदारी प्रेमियों के लिए भी यहां खूब विकल्प हैं। मेले में खिलौने, मिठाइयाँ, घरेलू सामान से लेकर बाग-बगीचे लगाने के लिए नर्सरी की प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जो प्रकृति प्रेमियों के लिए खास आकर्षण बनी हुई है।
मेला परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। फतुहा पुलिस के साथ-साथ पुलिस लाइन से भी महिला और पुरुष पुलिस बल की तैनाती की गई है।
पूरे मेले परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वाहनों का प्रवेश पूरी तरह रोक दिया गया है।
मेले के शुभारंभ से पहले ही दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में स्नान कर भगवान वामन की पूजा-अर्चना की। यह मेला प्रतिदिन रात 10 बजे तक चलेगा और श्रद्धालुओं के साथ-साथ पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहेगा।