भारत सरकार के एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी शनिवार को गया पहुंचे। यहां सर्किट हाउस में उन्होंने बिहार में बीते 9 दिनों में गिरे 5 निर्माणाधीन पुल के मसले पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यह गंभीर और चिंता का विषय है। ये गिर रहे हैं या गिराए जा रहे हैं। यह भी एक जांच का विषय है। इसके पीछे कहीं न कहीं, कोई न कोई राजनीतिक साजिश है।
जीतन राम मांझी मंत्री पद की शपथ लेने और विभागीय कामकाज संभालने के बाद दूसरी बार अपने संसदीय क्षेत्र गया में आए हैं। यहां जीतन राम मांझी ने कहा- यह वाकई चिंता का विषय है। पुल ध्वस्त होने के पीछे घटिया निर्माण सामग्री या फिर इंजीनियरिंग का दोष हो सकता है। यह जांच का विषय है। प्रदेश सरकार जांच के साथ कार्रवाई भी कर रही है।
वहीं, अब सवाल यह भी उठता है कि ये पुल दो माह पूर्व क्यों नहीं गिर रहे थे। ये हाल के दिनों में ही तेजी से क्यों गिरने लगे। ये गिर रहे हैं या गिराए जा रहे हैं। यह भी एक जांच का विषय है। इसके पीछे कहीं न कहीं कोई कोई न कोई राजनीतिक साजिश है। ऐसी शंका मुझे है।
उन्होंने कहा- सरकार को बदनाम करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। मुझे लगता है कि ऐसा सरकार को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है। वहीं, नीट पेपर लीक के मसले पर कहा कि जो धांधली हुई है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। आरोपी भी पकड़े जा रहे हैं।
लेकिन भारत सरकार का उद्देश्य केवल कार्रवाई ही नहीं अब ऐसी व्यवस्था बनाने का है, जहां से किसी प्रकार की धांधली की कोई गुंजाइश ही न हो। जीतन राम मांझी ने कहा कि सरकार का उद्देश्य किसी को फंसाना या बचाना नहीं है। दोषी जो होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। साथ ही व्यवस्था बेहतर की जा रही है।