डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने 22 महीने बाद सिर का मुरेठा हटा दिया है। बुधवार की सुबह उन्होंने अयोध्या में सरयू नदी में डूबकी लगाई और मुरेठा हटा दिया। उन्होंने मुंडन करवाया है। बता दें कि सम्राट चौधरी ने सीएम नीतीश कुमार को कुर्सी से हटाने को लेकर संकल्प लिया था।
वहीं, आज सुबह डिप्टी सीएम ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि “मैं यहां भगवान राम के दर्शन करूंगा और अपने मुरेठा (पगड़ी) को उन्हें समर्पित करूंगा। भगवान राम और मां जानकी का अटूट संबंध है। बिहार और यूपी एक परिवार की तरह है और राष्ट्र निर्माण में दोनों का महत्वपूर्ण योगदान है।”
वहीं हाथरस भगदड़ की घटना पर उन्होंने कहा कि “ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए। जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।” बता दें मंगलवार को डिप्टी सीएम मंत्री और पदाधिकारियों के साथ पटना से अयोध्या रवाना हुए थे। अयोध्या रवाना होने से पहले पटना में सम्राट चौधरी ने कहा कि हमारा कमिटमेंट नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री के पद से हटाने का था। यह कमिटमेंट पूरा होने पर मुरेठा खोलेंगे। यह संकल्प 28 जनवरी को पूरा हुआ। महागठबंधन से हटकर वो हमारे साथ आकर मुख्यमंत्री बने। हमने इसका स्वागत किया था। 28 जनवरी को बिहार में एनडीए की सरकार बनी।
सम्राट चौधरी ने आगे कहा कि एनडीए की सरकार बनते ही हमने कहा, अब इस मुरेठा की जरूरत नहीं है। प्रभु राम के चरणों में जाकर अपने मुरेठा को समर्पित करेंगे। चुनाव कार्य में व्यस्त होने के कारण नहीं जा पाए। अब चुनाव कार्य खत्म हो गए हैं। बिहार की जनता ने 75 प्रतिशत मार्क्स के साथ 40 में 30 सीटें दी है। बिहार की जनता को भी धन्यवाद देता हूं।
बता दें कि डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने सितंबर 2022 में अपनी मां के निधन के बाद मुरैठा बांधा था। मुरैठा बांधते हुए उन्होंने संकल्प लिया था कि वो इसे तभी खोलेंगे, जब नीतीश कुमार को सीएम की कुर्सी से हटा देंगे। जब वो यह संकल्प ले रहे थे, तब बिहार में महागठबंधन की सरकार थी। नीतीश कुमार सीएम और तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम थे।