पटना, औरंगाबाद, लखीसराय, किशनगंज और मधुबनी में आज सुबह से बारिश हो रही है। नेपाल में ज्यादा बारिश की वजह से सीतामढ़ी के बैरगनिया प्रखंड से गुजरने वाली लालबकेया नदी में अचानक पानी बढ़ गया है। इसके कारण पूर्वी चंपारण को अलग करने वाली लालबकेया नदी के फुलवरिया घाट पर बना डायवर्सन ध्वस्त हो गया है। बेतिया और मोतिहारी जाने का रास्ता बाधित हो गया है।
वहीं पटना में आधे घंटे की बारिश से राजधानी के कई इलाकों में पानी भर गया है। राजेंद्र नगर एरिया में घुटने भर पानी भरने के कारण लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। गांधी मैदान, डाकबंगला चौराहा और मगध महिला कॉलेज के पास जलजमाव की समस्या बन गई। वहीं शनिवार को पटना के साथ-साथ रोहतास, किशनगंज, आरा, बक्सर और सीवान में झमाझम बारिश हुई। हालांकि, अब तक सामान्य से 62 प्रतिशत कम बारिश हुई है।
मौसम विभाग ने आज बिहार के 26 जिलों में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र ने औरंगाबाद, अरवल, रोहतास, भोजपुर, बक्सर और कैमूर में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है। इसके साथ ही पटना, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, गोपालगंज, सीवान, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, जहानाबाद, नालंदा, लखीसराय, शेखपुरा, गया और नवादा में यलो अलर्ट जारी किया है।
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, प्रदेश में मानसून को कवर करने में अभी 9 दिन और लगेगा। इस वजह से जून में जितनी बारिश होनी चाहिए थी, उतनी नहीं हुई। राज्य में अब तक 151.1 एमएम बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन सिर्फ 58.2 एमएम बारिश हुई है। यानी 62 फीसदी कम बारिश हुई है।