Bihar Corruption News: जदयू के विधान पार्षद संजीव कुमार सिंह ने अपनी ही सरकार को सदन में घेर लिया, दरअसल उन्होंने शिक्षा विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि 885 करोड़ रुपये की योजना से हाल ही में स्कूलों के लिए सामान की खरीद की गई है, स्कूलों में बच्चों को बांटे गए बैग और बोतल की खरीद में घोटाला हुआ है। इतना ही नहीं उन्होंने सदन में सभापति को बैग खोलकर क्वालिटी और कीमत का अंतर बताते हुए भी सवाल उठाए। वहीं शिक्षा मंत्री ने कीमत को लेकर सभापति के सामने सफाई दी और जांच कराने की बात कही।
जदयू के संजीव कुमार सिंह ने कहा कि विकास के नाम पर बहुत बड़ा घोटाला किया गया है। सभापति की अनुमति ने सदन में स्कूल बैग और उसमें रखे बोतल को दिखाते हुए कहा कि यह 100 रुपये में मिलने वाला स्कूली बैग बच्चों को 1200 रुपये बताकर दिया जा रहा है। बैग के साथ 15 रुपये की बोतल भी है। उन्होंने स्कूलों में मानक के अनुरूप बेंच-डेस्क आपूर्ति नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा कि बेंच में 22 एमएम की प्लाईवुड की जगह 16 एमएम की प्लाईवुड लगाई गई है। इसी तरह 30 रुपये की थाली की 70 रुपये में खरीद हो रही है। उन्होंने सबमर्सिबल पंप लगाने में भी गड़बड़ी का आरोप लगाया गया।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि कुछ मामले संज्ञान में हैं। स्कूलों में जितने भी सबमर्सिबल पंप लगाए गए हैं, उसकी पीएचईडी विभाग से जांच कराने के लिए कहा गया है। बेंच-डेस्क खरीद की जांच के लिए भी सभी डीएम को पत्र लिखा गया है। किशनगंज जिले में जांच के बाद दोषी अफसर पर कार्रवाई भी की गई है। एक से तीन तक के बच्चों को बैग के साथ पानी की बोतल और पेंसिल बाक्स देना है,एक बैग की कीमत 1200 या एक हजार नहीं बल्कि 500 रुपये है। समान रूप से हर जगह गड़बड़ी हुई है, यह सही नहीं है। बेंच-डेस्क से लेकर सबमर्सिबल पंप तक जिसे जिले में भी गड़बड़ी होगी, उसकी जांच कराई जाएगी। दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।