बिहार में मानसून पूरी तरह से अब एक्टिव हो गया है। मंगलवार को प्रदेश के पटना, कटिहार, किशनगंज, जमुई समेत कई जिलों में झमाझम बारिश हुई। नेपाल में भारी बारिश से सीतामढ़ी में बागमती नदी उफान पर है। निचले इलाकों में पानी भर गया है। कई गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। वहीं, बेतिया, हाजीपुर, सीवान और नवादा में बारिश की पानी से अस्पताल डूब गया है।
बीते 24 घंटे में सामान्य से 13 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र ने आज प्रदेश के 26 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। अगले 48 घंटे में पटना, सारण, गया, भोजपुर, गोपालगंज, सीवान, मधुबनी, अरवल, मुजफ्फरपुर और कैमूर जिले में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। बारिश के कारण तापमान में कमी आई है। अगले 48 घंटे में पारा 4 डिग्री और गिरेगा। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, राजधानी पटना में 6 जुलाई तक बारिश की संभावना है। हालांकि, पूरे सप्ताह आसमान में बदल छाए रहेंगे।
बीते 24 घंटों में पटना शहर में गंगा का जलस्तर दीघा घाट पर 80 और गांधी घाट पर 44 सेमी बढ़ा है। पिछले पांच दिनों में गंगा में पानी दीघा घाट पर 120 और गांधी घाट पर 71 सेमी बढ़ा है। बीती 28 मई को जलस्तर दीघा घाट पर 42.60 और गांधी घाट पर 42.71 मीटर दर्ज किया गया था। हालांकि, राजधानी में गंगा अभी खतरे के निशान से नीचे है। दीघा घाट पर खतरे का निशान 50.45 व गांधीघाट पर 48.60 मीटर पर है।