पूर्णिया के भवानीपुर बाजार में 2 जून को हुए चर्चित व्यवसायी गोपाल यादुका की म’र्डर मिस्ट्री को पुलिस ने सुलझा लिया है। इस ह’त्याकांड के तार रुपौली से 5 बार की विधायक और लोकसभा चुनाव में राजद प्रत्याशी बीमा भारती के बेटे से जुड़े हैं।
व्यवसायी गोपाल यादुका की म’र्डर की सुपारी बीमा भारती के बेटे राजा ने दी थी। ह’त्याकांड में शामिल लाइनर और शूटर ने खुद राजा का नाम उगला है। पुलिस की पूछताछ में दोनों ने बताया कि ये डील 5 लाख में तय हुई थी। वारदात को 4 बदमाशों ने मिलकर अंजाम दिया था। म’र्डर से पहले 1 लाख 31 हजार रुपए 3 बार में इनके खाते में भेजे जा चुके थे। मर्डर के बाद राजा ने सभी को मटन की पार्टी भी दी थी। दोनों के पकड़े जाने की भनक लगते ही राजा पूर्णिया छोड़कर फरार हो गया।
जानकारी देते हुए भवानीपुर थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि व्यवसायी गोपाल यादुका के परिजनों घटना के बाद जमीनी विवाद का जिक्र किया था। इसके बाद पुलिस ने इस एंगल पर काम करना शुरू किया। जमीनी विवाद के तह तक गई। इन्वेस्टिगेशन के दौरान पुलिस ने संजय नाम के जमीन ब्रोकर की भूमिका संदिग्ध पाई। ब्रोकर के साथ रहने वाले लोगों की जानकारी जुटाई गई।
इसके बाद पुलिस बी.कोठी थाना क्षेत्र के भतसारा गांव में रहने वाले ब्रजेश कुमार तक पहुंची। पुलिस ने जब ब्रजेश से पूछताछ शुरू की, तो ब्रजेश ने ये बताया कि ब्रोकर संजय किसी की ह’त्या के लिए भाड़े का शूटर खोज रहा था। लेकिन काफी खोजने पर भी शूटर नहीं मिल सका। इसके बाद संजय ने बीमा भारती के बेटे राजा को अपनी परेशानी बताई। फिर राजा ने शूटर अरेंज कराया। बता दें कि राजा, संजय और ब्रजेश आपस में दोस्त हैं। तीनों की एक दूसरे से जान पहचान थी।
भवानीपुर के विशाल राय को गोपाल यादुका की ह’त्या की सुपारी दी गई। मर्डर की डील 5 लाख रुपए में फिक्स हुई थी। शूटर विशाल ने ह’त्याकांड को अंजाम तक पहुंचाने के लिए विकास यादव को शामिल किया। इसके बाद 2 जून को 4 बदमाशों ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया।पुलिस की पूछताछ में शूटर और लाइनर ने बताया कि हत्या के वक्त ब्रजेश यादव भवानीपुर बजरंगबली मंदिर के पास खड़ा था। साथ ही कुछ बदमाश व्यवसायी गोपाल यादुका के दुकान से 25 से 30 मीटर की दूरी पर खड़े थे। जैसे ही सुबह व्यवसायी ने दुकान खोला। स्पेलेंडर बाइक पर सवार विकास यादव और विशाल राय आया। विशाल ने पिस्टल निकाली। बिना देरी किए व्यवसायी के दाहिने साइड की कनपट्टी पर गोली दाग दी। फिर वहां से दोनों भाग निकले।
म’र्डर के बाद सभी कदवा वासा में जमा हुए। जहां पहले से बीमा भारती का बेटा राजा समेत बाकी सहयोगी सभी का इंतजार कर रहे थे। राजा ने सभी को मटन पार्टी दी। इसके बाद राजा ने विकास यादव को 50 हजार रुपए, ब्रजेश यादव को 4800 रुपए दिए। वहीं मर्डर से पहले ब्रजेश यादव को एडवांस के रूप में 76 हजार रुपए भेजे गए थे।
पूछताछ में विकास यादव ने बताया कि सुपारी में मिले इन रुपयों को उसने टीकापट्टी के तेलडीहा गांव जाकर अपने बहनोई को दे दिया। इसके बाद पुलिस ने वहां से रुपए की बरामदगी की। वहीं, आरोपी ब्रजेश यादव और विकास यादव की गिरफ्तारी की भनक लगते ही बीमा भारती का बेटा राजा पूर्णिया से भाग निकला। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापेमारी जारी है। वहीं संजय ब्रोकर को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।